इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार रविवार को मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में इस त्योहार का बहुत महत्व है। कुछ इलाकों में अक्षय तृतीया को आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, अक्षय तृतीया के दिन दान-पुण्य करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस बार अक्षय तृतीया के अद्भुत संयोग के चलते इसका महत्व और बढ़ गया है। हर त्योहार के मौके पर कुछ काम न करने की सलाह दी जाती है ऐसा ही अक्षय तृतीया के लिए भी होती है। यानी अक्षय तृतीया के मौके पर कुछ काम नहीं करने चाहिए जिन्हें अशुभ माना जाता है। इसलिए इन्हें करने की मनाही होती है।
धार्मिक शास्त्रों में अक्षय तृतीया के दिन को बेहद शुभ माना गया है। इस दिन दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन यदि कोई जातक जौ, गेहूं, चना, दही, चावल, फल और अनाज का दान करता है तो उसे शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही पितरों की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अक्षय तृतीया के दिन पूजा करना शुभ माना जाता है।
धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक, अक्षय तृतीया के दिन कुछ कार्य करने से बचना चाहिए। सबसे पहले ये कि इस दिन घर में किसी तरह का क्लेश या लड़ाई झगड़ा करने से बचना चाहिए। ऐसा करना पीड़ा दायक हो अशुभ फल देने वाला होता है। अक्षय तृतीया के दिन घर में किसी भी तरह की गंदगी नहीं होनी चाहिए। यानी इस दिन सुबह-सुबह पूरे घर की ठीक से सफाई कर देनी चाहिए। इसके अलावा इस दिन न तो किसी से विवाद करें और ना ही किसी परिजनों को ऐसा करने दें। ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन मांस या मदिरा का सेवन किया जाता है तो घर की खुशियां समाप्त हो जाती हैं और घर में लड़ाई-झगड़ा होने लगता है।
ऐसा कहा जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन जो मनुष्य गलत कार्य करता है, उसे जीवनभर उसके पाप का फल भोगना पड़ता है। इसलिए इस दिन किसी भी प्रकार के बुरे काम करने से बचना चाहिए। वरना पूरे साल इसका भुगतान करना पड़ सकता है। अक्षय तृतीया के दिन किसी भी प्रकार के सेवन करने की मनाही होती है। यानी इस दिन परिवार के सभी सदस्यों को वृत करना चाहिए। जो शुभ फलदायी होती है।