आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को अपनी सेहत का कोई ख्याल नहीं है और इसके लिए उन्हे कभी-कभी एक गंभीर बीमारी से जूझना पड़ जाता है. प्रदूषण होने की वजह से ही लोगों को अस्थमा जैसी बीमारी होने लगी है और इसके असल कारणों से तो बहुत से लोग वाकिफ ही नहीं हैं. इसके लिए हर किसी को जागरुक होना चाहिए और अपने आपको अस्थमा जैसी बीमारी से बचाना चाहिए. इन 5 कारणों से हो सकता है अस्थमा अटैक, इस तरह बचाव करके आप अपनी और अपने परिवार की जान बचा सकते हैं.
इन 5 कारणों से हो सकता है अस्थमा अटैक
अगर आप अस्थमा के रोगी हैं तो आपको अच्छे से पता होगा कि ठंड का मौसम और मानसून के दौरान सासं लेना कितना मुश्किल हो जाता है. हालांकि मौसम की स्थिति ही केवल ऐसी चीजें नहीं हैं बल्कि प्रदूषण और धूल भी अस्थमा का एक और कारक है. अगर आप अपने आपको अगले अस्थमा दौरे से बचाना चाहते हैं इन असामान्य कारकों से बचिए.
मोटापा
अगर आप मोटे हैं तो आपको अस्थमा के होने का ज्यादा खतरा हो सकता है. कुछ एक्सपर्ट्स की माने तो जो लोग मोटे होते हैं उनके फेफड़ों का विस्तार नीचे की तरफ होता है जिसकी वजह से सांस लेने में परेशानी होने लगती है. मगर सांस लेना जरूरी है तो वे मजबूरी में सांस लेते हैं इसलिए अपने मोटापे को कम करें.
कॉकरोच
कई मामलों में एलर्जी के कारण भी अस्थमा होता है. कॉकरोच के शरीर के अंगों, लार और कचरे में प्रोटीन होता है जो एलर्जी का कारण बनता है. अगर आप भी दमा के शिकार हैं तो आपको अपने घर को ज्यादा से ज्यादा कॉकरोच मुक्त करना चाहिए.
प्लास्टिक
पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए मानव का साथ चाहिए होता है और उसे बद्तर बनाने के लिए भी मनुष्य ही जिम्मेदार होता है. इस वजह से सांस लेने में समस्या होती है और कभी-कभी अस्थमा से जूझने वाले मरीज की मौत भी हो सकती है इसलिए आपको प्लास्टिक के प्रयोग और उसे जलाने से बचना चाहिए.
लेडीबग्स
लेडीबग्स अपने बचाव तंत्र के रूप में एक नारंगी तरल पदार्थ को छोड़ देते हैं जो द्रव हवा के साथ मिलकर अस्थमा अटैक के लिए मनुष्य के शरीर में प्रवेश करते हैं. खासरूप में एशियाई लेडीबग्स आपके अस्थमा को ट्रिगर करने के लिए प्रख्यात हैं और आपको इन बगों से बचकर रहना चाहिए.
पालतू जानवर
अगर आपको दमा की बीमारी है तो आपको अपने पालतू जानवरों के प्रति प्यार त्यागना होगा. कुछ अध्ययनों के मुताबिक, पालतू जानवरों की फर, मृत कोशिकाएं, लार सब कुछ एक प्रोटीन का वहन करती है जो आपके अस्थमा की समस्या बहुत खराब बना सकती है.