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कभी दिल्ली की सड़कों पर ठेला लगाता था ये एक्टर, एक फिल्म के लिए लेंगे इतने रुपए

मुंबई. भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। महज 8 सालों के करियर में आज वो एक सफल एक्टर के तौर पर गिने जाते हैं। खेसारी ने भोजपुरी में अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ से की थी। एक्टर बताते हैं कि उन्हें इस मूवी के लिए पहली फीस के तौर पर 10 हजार रुपए मिले थे। हालांकि, उनकी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही थी।

अब खेसारी लाल यादव को लेकर खबर आ रही है कि उन्होंने एक फिल्म के लिए अपनी फीस बढ़ा दी है। कहा जा रहा कि अब वो एक मूवी के लिए 40-45 लाख रुपए चार्ज करेंगे। वहीं, खेसारी की सफलता को देखते हुए मेकर्स भी इस रकम को देने से पीछे नहीं हट रहे हैं।अब खेसारी लाल यादव को लेकर खबर आ रही है कि उन्होंने एक फिल्म के लिए अपनी फीस बढ़ा दी है। कहा जा रहा कि अब वो एक मूवी के लिए 40-45 लाख रुपए चार्ज करेंगे। वहीं, खेसारी की सफलता को देखते हुए मेकर्स भी इस रकम को देने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
इतना ही नहीं खेसारी लाल यादव ने अपने स्टेज शो की फीस तक भी बढ़ा दी है। अब वो एक स्टेज शो के लिए करीब 10-15 लाख रुपए लेंगे। गौरतलब है कि खेसारी पहले एक फिल्म के लिए 35-40 लाख रुपए लेते थे। वहीं, एक स्टेज शो के के लिए 8-10 लाख रुपए चार्ज करते थे।इतना ही नहीं खेसारी लाल यादव ने अपने स्टेज शो की फीस तक भी बढ़ा दी है। अब वो एक स्टेज शो के लिए करीब 10-15 लाख रुपए लेंगे। गौरतलब है कि खेसारी पहले एक फिल्म के लिए 35-40 लाख रुपए लेते थे। वहीं, एक स्टेज शो के के लिए 8-10 लाख रुपए चार्ज करते थे।
एक्टर ने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी फीस को लेकर खुद भी खुलासा किया था कि वे एक स्टेज परफॉर्मेंस के लिए अच्छी-खासी रकम लेते हैं। इसी के साथ खेसारी इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा पैसे लेने वाले एक्टर बन गए हैं।एक्टर ने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी फीस को लेकर खुद भी खुलासा किया था कि वे एक स्टेज परफॉर्मेंस के लिए अच्छी-खासी रकम लेते हैं। इसी के साथ खेसारी इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा पैसे लेने वाले एक्टर बन गए हैं।
बहरहाल, खेसारी लाल यादव फिल्मों में आने से पहले दिल्ली सड़कों पर लिट्टी चोखा का ठेला लगाया करते थे। इसके साथ ही गाने का एल्बम निकालने की कोशिश में लगे रहते थे।बहरहाल, खेसारी लाल यादव फिल्मों में आने से पहले दिल्ली सड़कों पर लिट्टी चोखा का ठेला लगाया करते थे। इसके साथ ही गाने का एल्बम निकालने की कोशिश में लगे रहते थे।
इतना ही नहीं, खेसारी अपने सपनों के पीछे इस तरह पागल थे कि उन्होंने फोर्स की भी नौकरी छोड़ दी थी। एक्टर ने बचपन में बेहद गरीबी के दिन देखे हैं।इतना ही नहीं, खेसारी अपने सपनों के पीछे इस तरह पागल थे कि उन्होंने फोर्स की भी नौकरी छोड़ दी थी। एक्टर ने बचपन में बेहद गरीबी के दिन देखे हैं।
उनके पिता ने चना बेच-बेचकर खेसारी की परवरिश की है। चाचा के बच्चों को लेकर खेसारी सात भाई हैं। इन सभी को एक्टर के माता-पिता ने ही पाल-पोश कर बड़ा किया है।उनके पिता ने चना बेच-बेचकर खेसारी की परवरिश की है। चाचा के बच्चों को लेकर खेसारी सात भाई हैं। इन सभी को एक्टर के माता-पिता ने ही पाल-पोश कर बड़ा किया है।
बहरहाल, अगर खेसारी लाल यादव के वर्कफ्रंट की बात की जाए तो होली के मौके पर उनकी फिल्म 'मेहंदी लगा के रखना 3' रिलीज हुई है। इसे दर्शकों से खूब प्यार मिला। इस मूवी से एक्ट्रेस सहर आफसा ने भोजपुरी में डेब्यू किया है।बहरहाल, अगर खेसारी लाल यादव के वर्कफ्रंट की बात की जाए तो होली के मौके पर उनकी फिल्म ‘मेहंदी लगा के रखना 3’ रिलीज हुई है। इसे दर्शकों से खूब प्यार मिला। इस मूवी से एक्ट्रेस सहर आफसा ने भोजपुरी में डेब्यू किया है।
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