ये बात तो हम सभी जानते हैं कि कैंसर एक बेहद ही भयानक रोग हैं और तो ये जानलेवा रोग ऐसा है कि लोग इसका नाम सुनते ही लोग डर से कांप जाते हैं। वैसे ये धीरे-धीरे वैश्विक महामारी का रूप लेता जा रहा है इसका इलाज भी इतना महंगा है कि ज्यादातर लोग इस खर्चे को वहन नहीं कर सकते इसलिए बचाव में ही समझदारी है। कैंसर एक किस्म की बीमारी नहीं होती, बल्कि यह कई रूप में होता है। कैंसर के 100 से अधिक प्रकार होते हैं। अधिकतर कैंसरों के नाम उस अंग या कोशिकाओं के नाम पर रखे जाते हैं जिनमें वे शुरू होते हैं- उदाहरण के लिए, बृहदान्त्र में शुरू होने वाला कैंसर पेट का कैंसर कहा जाता है।
सभी प्रकार के कैंसर कोशिकाओं में शुरू होते है, जो शरीर में जीवन की बुनियादी इकाई होती हैं। कैंसर को समझने के लिए, यह पता लगाना उपयोगी है कि सामान्य कोशिकाओं के कैंसर कोशिकाओं में परिणत होने पर क्या होता है। ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं जो अपने गलत लाइफस्टाइल व खानपान की वजह से भी हो सकता है और इससे छुटकारा पाने के लिए मंजिष्ठा नामक जड़ी बूटी बहुत फायदेमंद होती है। ये खून को साफ करने से लेकर संक्रमण को दूर करने आदि में मदद करता है। कैंसर की कोशिकाओं रक्त और लसीका प्रणाली के माध्यम से शरीर के अन्य भागों में फैल सकती हैं।
आज हम आपको एक ऐसे चीज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जानना हर किसी के लिए बेहद जरूरी है।
1. दरअसल जिस चीज के बारे में हम बात कर रहे हैं मंजिष्ठा को मंजीठ के नाम से भी जाना जाता है। जी हां क्योंकि इसमें एंटी ऑक्सिडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और ये कैंसर के उपचार में बेहद ही ज्यादा लाभकारी साबित होता है। वैसे आपको बता दें कि कैंसर के बैक्टेरिया को शरीर में फैलने से रोकने के लिए रोजाना इसके चार चम्मच पाउडर का सेवन करें।
2. इसके अलावा ये भी बता दें कि मंजिष्ठा में फलासरपी नामक तत्व मौजूद होता है क्योंकि इसमें प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसके सेवन से मां बनने में आ रही दिक्कतें दूर होती हैं।
3. वैसे आपको बता दें कि मंजिष्ठा एक प्राकृतिक रक्त शोधक का काम करता है इसलिए यह खुजली एक्जिमा, सोरायसिस, त्वचा की जलन और दाद से राहत दिलाता है।
4. इतना ही नहीं मंजिष्ठा अग्न्याशय, प्लीहा , यकृत और गुर्दे को साफ करने का सबसे बेहतर जरिया है। इसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र ठीक से काम करता है।
5. आपको शायद पता नहीं होगा कि मंजिष्ठा की छाल को पानी में उबालकर इसका काढ़ा पीने से मुंह के अल्सर में फायदा होता है। इतना ही नहीं इससे मुंह में बनने वाले बैक्टीरिया भी नष्ट होते हैं।