वाशिंगटन. दुनियाभर में बढ़ते कोरोना वायरस के कहर के बीच अपने लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी। इससे कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए संघीय कोष से सरकार को 50 अरब डॉलर की राशि मिलेगी।
व्हाइट हाउस के लॉन में ट्रंप ने एक बयान में कहा, ‘‘संघीय सरकार की पूर्ण शक्ति का उपयोग करने के लिए मैं आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करता हूं।’’ उन्होंने अमेरिका के सभी राज्यों से आपात ऑपरेशन केन्द्र बनाने को कहा है।
50 अरब डॉलर का फंड रिलीज
अमेरिकी राष्ट्रपति ने राज्यों से अपील में कहा, “सभी राज्य इस संकट की घड़ी में कोरोना वायरस से निपटने के उपायों पर फौरन उपाय करें। हम राज्यों को इससे निपटने के लिए 50 अरब डॉलर का फंड रिलीज कर रहे हैं। एक नेशनल डेटा सेंटर और स्पेशल यूनिट तैयार की गई है। इसमें पूरे देश की मॉनिटरिंग की जाएगी। अमेरिकी सरकार हर वो कदम उठाने जा रही है जो देश को इस महामारी से सुरक्षित रख सके।”
अब तक 47 लोगों की हुई मौत
अमेरिका में कोरोना वायरस के कुल दो हजार मामले सामने आए हैं, जिसमें 47 लोगों की मौत हो चुकी है। ट्रम्प ने विदेश से अमेरिकी बंदरगाहों पर आने वाले शिप पर रोक लगा दी है। मैक्सिको और दूसरे देशों से लगने वाली सीमाओं पर हाई थर्मल स्कैनर लगाए गए हैं। अमेरिकी सेना की स्पेशल मेडिकल यूनिट को भी हालात पर नजर रखने के लिए अलर्ट किया गया है।
चीन के बाद इटली में सबसे अधिक मौतें
चीन से शुरु हुआ यह वायरस तेजी से दुनियाभर में पैर पसार रहा है। चीन के बाद इटली में भी हालत खराब हो चुकी है और लगातार लोगों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। चीन के बाद इटली में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या सबसे अधिक बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस से इटली में अब तक 1000 से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, ईरान में भी मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
दुनिया भर में 5081 लोगों की मौत
कोरोना वायरस से दुनियाभर में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दुनिया भर के कई देशों में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 5081 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि इसके संक्रमण में आने वालों की संख्या एक लाख 38 हजार 153 से ज्यादा हो चुकी है। वहीं, 70 हजार से ज्यादा लोगों को इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। चीन के बाद कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले यूरोप में देखने को मिले हैं।
इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर होगा चालू
ट्रंप ने अमेरिकी राज्यों से कहा कि वे तत्काल अपने-अपने क्षेत्रों में आपातकाल ऑपरेशन सेंटर को प्रभावी रूप से चालू करें। ट्रंप ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य है कि इस बीमारी का संक्रमण पूरी तरह से रोका जाए। जो इस बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें अच्छा से अच्छा इलाज दिया जाए। उन्होंने कहा कि अगल आठ सप्ताह कठिन हैं।
एक घंटे में चलेगा बीमारी का पता
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक ट्रंप प्रशासन ने उन दो कंपनियों को 13 लाख डॉलर देने का ऐलान किया है जो एक ऐसा टेस्ट विकसित कर रही हैं जिससे मात्र एक घंटे में पता लगाया जा सकेगा कि क्या कोई शख्स कोरोना वायरस से पीड़ित है या नहीं। यदि वह संक्रमित है तो उसके शरीर में कोरोना के असर को बढ़ने से तत्काल रोका जा सके।
20 साल बाद अमेरिका में हेल्थ इमरजेंसी
अमेरिका की विपक्षी पार्टियां ट्रंप प्रशासन पर आरोप लगा रही है कि सरकार कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं कर रही है। जिसके बाद ट्रंप ने कोरोना संक्रमण को 1988 के एक कानून के तहत राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने का फैसला किया है।
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