कोविड-19 का केस लगातार बढ़ता जा रहा है। देश को 21 दिन का लॉकडाउन करने के बावजूद निजामुद्दीन के तबलीगी जमात का मामला सामने के आने के बाद संक्रमण केस में और तेजी आई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक देश में कोरोना पॉजिटिव के बुधवार यानि 1 अप्रैल तक 1,637 केस सामने आए हैं। इनमें मंगलवार से बुधवार की दोपहर तक 386 पॉजिटिव मामले आए हैं, 38 लोगों की मौत हुई है और 132 कोरोना संक्रमित लोग ठीक हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि पिछले कल से आज तक केस में इतनी बढ़ोत्तरी दिल्ली निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक समारोह के चलते हुआ है, जिसमें करीब 2 हजार से ज्यादा लोग शामिल थे।
अब आइये बताते हैं देश को वो 6 हॉट स्पॉट जहां पर कोविड-19 के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।
1-दिल्ली का निजामुद्दीन
दिल्ली का निजामुद्दीन वही इलाका है जहां पर तबलीगी जमात के मरकज में आयोजित कार्यक्रम में देश और दुनियाभर से करीब 2400 के करीब लोग इकट्ठा हुए थे। दिल्ली पुलिस ने लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में तबलीगी जमात के मौलाना साद के खिलाफ केस दर्ज किया। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल का कहना है कि तबलीगी जमात से 1800 लोगों को 9 अस्पतालों में क्वारंटाइन सेटर्स में भेजा गया है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मरकाज से निकाले गए लोगों में से 536 को अस्पताल में दाखिल कराया गया है, जबकि 1810 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। यानि, मरकज से कुल 2346 लोगों को बाहर निकाला गया।
मरकज से वापस गए लोगों में से तेलंगाना में अब तक 6 लोगों को कोरोना के चलते मौत हो चुकी है। तमिलनाडु में मंगलवार को 57 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस आए हैं, इनमें से 50 वो लोग हैं, जिन्होंने दिल्ली में 13-15 मार्च के दौरान निजामुद्दीन के तबलीगी जमात में शामिल हुए थे। जबकि, दिल्ली में ऐसे 24 लोगो कोरोना पॉजिटिव पाए गए जो मरकज में शामिल हुए थे।
2-जयपुर का रामगंज
जयपुर के रामगंज में बुधवार को कोरोना के 13 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद यह संक्रमण का नया हॉटस्पॉट बन गया है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी बयान में यह कहा गया है कि बुधवार को वो सभी 13 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं जिन्होंने 26 मार्च को रामगंज में एक कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए थे। ये सभी उन लोगों में थे जिन्हें आइसोलेशन में राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड निम्स यूनिवर्सिटी में रखा गया था। जिस शख्स से ये लोग संक्रमित हुए दरअसल वह 45 वर्षीय युवक रामगंज का रहनेवाला है जो 13 मार्च को दुबई से ओमान होते हे लौटा था। उसने कम से कम 19 परिवारों को संक्रमित किया है और वहां पर कम्युनिटी ट्रांसमिशन का डर बना हुआ है।
3-राजस्थान का भीलवाड़ा :
(25 मामले) इस इलाके में 10-15 दिन पहले अचानक कोरोना के मरीज बढ़ गए। भीलवाड़ा के कलेक्टर राजेंद्र भट्ट का कहना है कि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि जिले में वायरस कैसे फैला। एक 73 वर्षीय मरीज को किडनी की बीमारी के चलते भीलवाड़ा के बांगर अस्तपताल में भर्ती कराया गया था। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया। यहां उनमें कोरोना संक्रमण का पता चला। बाद में बुजुर्ग की मौत हो गई। बांगर अस्पताल और महात्मा गांधी अस्पताल में में बुजुर्ग के संपर्क में आने वाले नर्सिंग स्टाफ के कई लोग संक्रमित पाए गए।
4- मध्य प्रदेश का इंदौर
मध्य प्रदेश के कुल 86 कोरोना पॉजिटिव केस में से करीब आधा मामले इंदौर से ही है। यहां से आए 44 कोविड-19 केस में से पिछले तीन दिन के अंदर 19 नए केस सामने आए हैं। इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी उन इलाकों में विस्तृत सर्विलांस करना, जैसे रानिपुरा, नयापुरा, दौलतगंज और हाथिपाला, जहां पर सबसे ज्यादा केस आए हैं। करीब 500 लोगों को सर्वे के काम में लगाया गया है।
5- केरल का कासरगोड
कासरगोड (जिले में अकेले 128 मामले) केरल के इस जिले में कोरोना पीड़ितों की संख्या 241 के करीब हो चुकी है जो कि राज्य में सबसे ज्यादा है। इसे हाई अलर्ट पर रखा गया है। कासरगोड की आबादी 13 लाख है और यहां के करीब-करीब हर घर से एक सदस्य अरब देशों में काम करने के लिए गया हुआ है। इनमें से बहुत से लोग वापस आए तो उनमें कोरोना का संक्रमण था जोकि जिले में फैलता चला गया।
6- पंजाब का शहीद भगत सिंह नगर
पंजाब में 45 फीसदी कोरोना के मामले यानि 45 पंजाब के एसबीएस नगर के 15 गांवों से आए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि धर्म प्रचारक बलदेव सिंह के 7 मार्च को जर्मनी से इटली होते हे दो अन्य धर्मगुरुओं के साथ लौटे थे। उन्होंने वहां के गांवों में 15 धार्मिक समारोह कर इस बीमारी को फैलाया है। बंगाल के सिविल अस्पताल में गंभीर हालत में उनकी मौत हो गई। उनकी मौत के बाद ही इस कोरोना की उनमें पुष्टि हो सकी।