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कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या करीब पांच लाख हुई, यूरोपीय हेल्थ सिस्टम बेबस

कोरोना वायरस से दुनिया भर में संक्रमित लोगों की संख्या गुरुवार (26 मार्च) को करीब पांच लाख हो जाने के बीच यूरोप तथा अमेरिका में ऐसे मामलों की संख्या चीन से ज्यादा हो गयी। इस बीमारी की शुरुआत चीन से ही हुई थी। यूरोप और न्यूयॉर्क की स्वास्थ्य सेवाएं इस बीमारी के कारण चरमराती प्रतीत हो रही है और अधिकारी गंभीर रूप से बीमार पीड़ितों को जीवित रखने के लिए पर्याप्त वेंटिलेटरों की तलाश में जुटे हैं।

इस महामारी का सामना करने के लिए अमेरिकी सीनेट ने कारोबारियों, श्रमिकों और स्वास्थ्य तंत्र के लिए 2.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रस्ताव पारित किया है। लाखों अमेरिकियों को उम्मीद है कि इस कदम से उन्हें जीवनदान मिल जाएगा क्योंकि वायरस के प्रसार पर काबू के लिए आवश्यक कदमों के कारण उन्होंने नौकरी, आय आदि खो दी है।

इस रोग के कारण 21,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है और उसने विश्व अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने इसे आम लोगों का ”दुश्मन नंबर 1″ बताया। कहा। उन्होंने कहा कि हमने पहला मौका गंवा दिया। यह दूसरा मौका है और हमें इसे बर्बाद नहीं करना चाहिए।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उम्मीद जताई है कि ईस्टर तक चर्च सामान्य हो जाएंगे। हालांकि ईस्टर केवल 17 दिन ही दूर है। उन्होंने कहा, “हमारा देश बंद होने के लिए नहीं बना है। वह संभवत: इस बात को लेकर आशंकित हैं कि वायरस के प्रकोप के कारण वित्तीय बाजारों और रोजगार पर पड़ने वाले विनाशकारी प्रभावों से उनके पुन: निर्वाचित होने के अवसर प्रभावित हो सकते हैं।

हालांकि डेमोक्रेटों का कहना है कि ट्रंप अमेरिकियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा से ज्यादा अर्थव्यवस्था को प्राथमिकता दे रहे हैं। इस बीच स्पेन ने होटलों को अस्थायी अस्पतालों में बदल दिया है। स्पेन में संक्रमण की संख्या में कमी नहीं आयी है और अब तक 3,600 से अधिक मौतें हुई हैं वहीं इटली में 7,503 लोगों की मौत हुई है।

मैड्रिड के एक अस्पताल में नर्स लिडिया परेरा ने कहा कि हमारी व्यवस्था चरमरा रही है। उन्होंने कहा कि मरीजों को अकेले मरते देखना “हम सभी को अंदर ही अंदर मार रहा है।” एक अन्य नर्स जो खुद ही संक्रमित होने के बाद उबर रही है, ने कहा कि शारीरिक रूप से यह बेहद जटिल है, लेकिन मनोवैज्ञानिक रूप से यह भयावह है।

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