कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते हुए मामले के देखते हुए सरकार ने एक हफ्ते तक सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की लैंडिंग पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही, भारत सरकार की तरफ से राज्य सरकारों को यह कहा गया है कि वे लोगों को निर्देश दें ताकि 65 साल से ज्यादा के बुजुर्ग अपने घरों पर रहें।
महाराष्ट्र सीएम की लोगों से अपील
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरूवार को राज्य के लोगों से अपील की कि वे अनावश्यक रूप से अपने घरों से बाहर नहीं निकलें ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। ठाकरे ने ”विषाणु के खिलाफ युद्ध में लोगों से सहयोग मांगते हुए कहा कि सरकार की अपील के बाद सार्वजनिक स्थलों पर जाने वालों और सार्वजनिक यातायात प्रणाली का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से समाप्त होना चाहिए।
ठाकरे ने टीवी पर प्रसारित 10 मिनट के संबोधन में कहा, ” यह एक विषाणु के खिलाफ युद्ध है और हम डर कर या घबरा कर नहीं, बल्कि संकल्पबद्ध होकर ही इससे निपट सकते हैं। उन्होंने कहा, ”लोगों को घबराना नहीं चाहिए, लेकिन उन्हें अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।… सार्वजनिक वाहनों में भीड़ कम हुई है, लेकिन इसे पूरी तरह समाप्त होना चाहिए। हम सार्वजनिक परिवहन को बंद करने का बड़ा कदम नहीं उठाना चाहते, लेकिन गैर जरूरी यात्राएं बंद होनी चाहिए।
ठाकरे ने कहा कि चिकित्सका कर्मी, पुलिस कर्मी, एनजीओ और सार्वजनिक परिवहन कर्मी हालात से निपटने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ” यदि वे आपके लिए लड़ रहे हैं तो क्या आप घरों में रहकर इस संकट से निपटने में उनकी मदद नहीं कर सकते? ठाकरे ने कहा, ”लोगों को घर से काम करना चाहिए और बाहर निकलना बंद कर देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोरोना वायरस संबंधी हालात को लेकर बात की है और प्रधानमंत्री ने राज्य को हर संभव मदद मुहैया कराने का भरोसा दिलाया है।
उन्होंने कहा कि लोगों को मौजूदा हालात से निपटने के लिए सरकार द्वारा जारी नियमों और निर्देशों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा, ”अपनी यात्राओं का विवरण छुपाना और लौटने के बाद घरों से बाहर निकलना गलत है। ठाकरे ने कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार कर रहे चिकित्सका कर्मियों की तुलना सैनिकों से की। उन्होंने कहा कि सरकार और आधिकारिक तंत्र इस संकट से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
ठाकरे ने कहा कि यह संक्रमण अन्य देशों से आया है।मुख्यमंत्री ने लोगों से अफवाहों पर यकीन नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि राज्य में जांच केंद्र बढ़ाए जा रहे हैं।
पंजाब में आधी रात से सार्वजनिक सेवाएं बंद
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते 20 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी लगाने के अलावा शुक्रवार आधी रात से सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को निलंबित करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। सरकार ने राज्यभर में शादी समारोह स्थल, होटल, रेस्तरां, बैंक्वेट और खाना खाने के स्थानों को भी बंद करने का फैसला किया है। होम डिलीवरी और खाना पैक करा कर ले जाने वाली सेवाएं चालू रहेंगी।
स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंद्र ने यहां कहा, ”सार्वजनिक परिवहन बसें, टेम्पो और ऑटो रिक्शा शुक्रवार आधी रात से बंद कर दिए जाएंगे।कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा के लिए दैनिक आधार पर पंजाब सरकार द्वारा गठित सात सदस्यीय मंत्री समूह की बैठक में ये फैसले लिए गए।
मंत्री समूह ने लोगों के एकत्रित होने की सीमा 20 तक कर दी है। पहले यह सीमा 50 लोगों की थी।मंत्री ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में आम लोगों का प्रवेश भी निषेध रहेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षाएं 31 मार्च तक स्थगित कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि सभी आयुक्तों, उपायुक्तों, पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षकों को अपने-अपने थानों को छोड़कर न जाने के निर्देश दिए गए हैं।मंत्री ने कहा, ”सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में अलगाव वार्ड की संख्या बढ़ाई जाएगी।