कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर संकट गहराता जा रहा है। इस बीच दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने मरीजों से अप्वाइंटमेंट कैंसिल कराने का आग्रह किया है। एम्स प्रबंधन का कहना है कि अगर अतिआवश्यक नहीं हो तो फिलहाल दिखाने के लिए नहीं आएं।
एम्स ने यह एडवाइजरी कोरोना वायरस के दौरान लोगों को भीड़ से बचाने के इरादे से दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार लोगों को एक-दूसरे के संपर्क में आने से बचने की सलाह दे रहा है। एम्स प्रबंधन भी इसी वजह से मरीजों को जरूरी होने पर ही अस्पताल आने की सलाह दे रहा है।
All India Institute Of Medical Sciences, Delhi: In view of the outbreak of #Coronavirus, you are requested to postpone your appointment at AIIMS, if it is not urgent in nature. pic.twitter.com/Y9tjX00nJH
— ANI (@ANI) March 18, 2020
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बुधवार को एक समीक्षा बैठक की और उन्होंने निर्देश दिया कि पृथक केंद्रों का नियमित रूप से निरीक्षण और निगरानी के लिए टीमें तैनात की जाए, ताकि उपलब्ध कराई जा रही आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जा सके।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, सफदरजंग अस्पताल, राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल और दिल्ली स्थित एम्स जैसे केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के निदेशक और चिकित्सा अधीक्षक बैठक में शरीक हुए।
मंत्री ने जांच किट, व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण, दवाइयां और पृथक वार्डों की उपलब्धता के संदर्भ में अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अस्पतालों को सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सुरक्षात्मक कपड़े पर्याप्त रूप से उपलब्ध कराने को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
वर्द्धन ने विदेशों से लाए गए लोगों के लिए बनाए गए पृथक केंद्रों की विस्तार से समीक्षा की। इनमें हवाई अड्डों और अन्य स्थानों पर स्थापित किए गए पृथक केंद्र भी शामिल हैं। ये यात्रियों को अलग करने, उन्हें पृथक केंद्रों तक ले जाने और जांच करने के लिए बनाए गए हैं।