कोरोना वायरस के चलते लोगों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने विदेश से आने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस कारण कई लोग पहले से तय और बेहद जरूरी आयोजन में भी हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं। इसी तरह का एक उदाहरण देखने को मिला है उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में। यहां पर एक इंजीनियर अपनी शादी में शामिल नहीं हो पाया। वीडियो कॉल के जरिए ही उसने अपनी हमसफर को कुबूल किया।
दरअसल, मॉरीशस में रहने वाले शाहजहांपुर के अंटा निवासी एक इंजीनियर की शादी तय हुई थी, लेकिन इसी बीच कोरोना के कारण फ्लाइट सेवा बंद हो गई और सरकार ने विदेश से आने वालों पर कई तरह की पाबंदी लगा दी। इस कारण युवक अपनी शादी में शामिल होने के लिए नहीं आ पाया और पूरी रस्म ही वीडियो कॉल के जरिए पूरी कराई गई। लड़का और लड़की पक्ष ने निकाह की सारी रस्मों को पूरे उत्साह के साथ निभाया। यह निकाह पूरे जिले में चर्चा का विषय बना रहा।
अंटा निवासी वसी खां के बेटे तौसीफ खां की निगोही के मोहल्ला पूरब निवासी नसीम खां की बेटी परवीन से शादी तय हुई थी। तौसीफ सिविल इंजीनियर है और मॉरीशस में तैनात है। कई महीने पहले 19 मार्च की तारीख तय हुई थी। कार्ड भी बंट गए लेकिन, जैसे ही शादी की तिथि नजदीक आई, कोरोना वॉयरस की वजह से विदेश से आने वालों पर प्रतिबंध लग गया। तौसीफ मॉरीशस से नहीं आ सके।
ऐसे समय में दोनों परिवार के लोगों ने दूल्हे की अनुपस्थिति में भी शादी को सभी रस्मो-रिवाज के साथ किए जाने का निर्णय लिया। गुरुवार दोपहर में शादी नसीम खां के घर पर पहुंची। बिना दूल्हे के आई शादी की चर्चा फैल गई। दूल्हे के भाई और अन्य परिजनों ने शादी की सारी रस्मों को अदा किया। काजी ने निकाह की लिखा-पढ़ी पूरी की। दूल्हे को निकाह कुबूल कराने के लिए वीडियो कॉल का सहारा लिया गया। मॉरीशस से तौसीफ ने काजी और निकाह के गवाहों के सामने परवीन को कुबूल किया, पूरी जिंदगी साथ निभाने का वादा किया। तौसीफ के कुबूल कहते ही सभी ने आमीन की सदाओं को बुलंद किया, साथ ही उन्हें मुबारकबाद दी।