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गर्म चाय पीने के शौकीन लोग हो जाएं सावधान, 90 प्रतिशत तक बढ़ जाता है कैंसर का खतरा

आज के समय में हर कोई सुबह की शुरूआत चाय से करता है क्योंकि अगर सुबह सुबह के टाइम एक अच्छी और कड़क सी चाय मिल जाए तो सुबह की शुरुआत बेहद ही एनर्जेटिक हो जाती है। जी हां ये हम नहीं बल्कि चाय के शौकीनों का मानना है। वहीं ये भी बता दें कि चाय में मौजूद कैफीन के कई फायदे भी होते हैं लेकिन हाल ही में एक ऐसी खबर आई है जिसके सुनकर चाय के शौकीन वालों को झटका लग सकता है। जी हां, हाल ही में हुए शोध में दावा है कि गर्म चाय पीने से इसॉफेगस (ग्रासनली) का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।

जोकि भारत में छठा और दुनिया में आठवां सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है। शोध के मुताबिक जो लोग रोजाना 75 डिग्री सेल्सियस पर चाय पीते हैं उनमें यह खतरा दोगुने से ज्यादा बढ़ जाता है। अगर आप चाय के शौकीन हैं और गरम-गरम चाय पीना पसंद करते हैं तो सावधान हो जाइए।

अधिकतर लोग गर्मागर्म चाय पीने के ही शौकीन होते है। अगर आप भी उनमें से एक है तो सावधान हो जाएं। ये गर्म चाय की चुस्कियां गले में कैंसर का फंदा डाल सकती है। कई लोग ऐसे होते हैं कि चाय आंच से उतारने के दो मिनट के भीतर पीने वालों को कैंसर का खतरा उन लोगों से पांच गुना बढ़ जाता है, जो चार या पांच मिनट के बाद पीते है। करीब पचास हजार लोगों की चाय के तापमान पर यह अध्ययन हुआ। विशेषज्ञों के अनुसार चाय पीने और कप में डालने के बीच दस मिनट का अंतर होना चाहिए।

इस शोध में ये भी पता चला है कि 40 से 75 साल की उम्र के 50,045 लोगों को शामिल किया गया था। स्टडी के दौरान पाया गया कि रोजाना 60 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा तापमान वाली 700 मिलीलीटर से ज्यादा चाय-कॉफी पीने वालों को इसोफेगल कैंसर का खतरा 90 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। यानी गर्म चाय पीने वालों में इसोफेगल कैंसर का खतरा दोगुने से भी ज्यादा होता है। इतना ही नहीं ये खतरा सिर्फ गर्म चाय पीने वालों के लिए ही नहीं है, बल्कि 75 डिग्री सेल्सियल या उससे अधिक तापमान वाले हर पेय पदार्थ जैसे- कॉफी, हॉट चॉकलेट आदि से भी उतना ही खतरा है।

अमेरिकन कैंसर सोसायटी के लीड ऑथर फरहद इस्लामी के मुताबिक, कई लोग चाय, कॉफी या दूसरे ड्रिंक गर्मागरम पीने के शौकीन होते हैं। हालांकि शोध की रिपोर्ट के मुताबिक बहुत गरम चाय पीने से इसॉफेजियल कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे मुंह और गले के अस्तर को नुकसान पहुंचाता है और फ्यूल कोलेन ट्यूमर कैंसर हो सकता है। शोध में यह भी बताया गया है कि अगर आप एसोफैगल कैंसर से सुरक्षित रहना चाहते हैं, तो आपको चाय छोड़ने की जरूरत नहीं है, बल्कि कम से कम 4 मिनट इंतजार कर के चाय या अन्य गर्म चीजों के थोड़ा ठंडा होने पर ही उनका सेवन करें। ऐसा करने से कैंसर होने का खतरा कम होता है।

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