गुरुग्राम के बिलासपुर थाना अंतर्गत हुए हादसे में रविवार दोपहर सब्जी के एक ट्रक ने सड़क पर चल रहे कुछ लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई और 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
बिलासपुर थानाध्यक्ष जय प्रकाश यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मृतकों की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। हादसे के बाद ट्रक को जब्त कर लिया गया है। घटना की जांच जारी है।
गुरूग्राम में सब्जी के एक ट्रक ने कुछ लोगों को कुचल दिया। इस दुर्घटना में 5 लोगों की मौत हो गई और 6 लोग घायल हुए हैं: जय प्रकाश यादव, SHO, बिलासपुर पुलिस स्टेशन, गुरूग्राम pic.twitter.com/3wJU82mRku
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 29, 2020
वहीं, फरीदाबाद जिले में रविवार दोपहर को नेशनल हाईवे पर ओल्ड मेटो स्टेशन के पास मजदूरों से भरा एक टेम्पो पलटने से पांच लोग घायल हो गए। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, हादसे का शिकार हुए यह सभी लोग दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर से पलवल जाने के लिए टेम्पो बैठे थे। यह लोग मध्य प्रदेश के पन्ना शहर जा रहे थे। घायल हुए ये मजदूर दिल्ली में आनंद विहार के पास किसान चौक पर मजदूरी करते थे। घटना के समय टेम्पो में 22 लोग सवार थे।
कोरोना लॉकडाउन के कारण काम बंद होने के बाद अपने-अपने राज्यों की ओर पलायन कर रहे श्रमिकों को हरियाणा सरकार अब सुरक्षित कैंपों तक ले जाने का काम करेगी। ये वे श्रमिक हैं जो हरियाणा में कार्यरत थे और अब अपने-अपने राज्यों के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं। सड़कों पर निकले इन श्रमिकों को सरकार वापस लौटने के लिए प्रेरित करेगी और इन्हें हरियाणा के विभिन्न जिलों में बनाए गए कैंपों में सुरक्षित रखा जाएगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि लॉकडाउन अवधि के दौरान प्रवासी श्रमिकों के लिए जिलों में सुरक्षित कैंप बनाकर इनके ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही, कैंपों में इन सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की जाए ताकि यदि कोई भी व्यक्ति अगर कोरोना के संक्रमण की चपेट में आया हो, उसकी समय रहते जांच हो सके और उसे क्वारंटाइन किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपने-अपने जिलों में ऐसे श्रमिकों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखें और ऐसे श्रमिकों को यह समझाया जाए कि वे कैंपों में रहें। यहां इन्हें खाना, इलाज और अन्य जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।
पलायन रोकने को राज्यों और जिलों की सीमा सील करने को कहा
केंद्र सरकार ने रविवार को राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासनों से लॉकडाउन के दौरान प्रवासी कामगारों की आवाजाही को रोकने के लिए प्रभावी तरीके से राज्य और जिलों की सीमा सील करने को कहा है। मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कैबिनेट सचिव राजीव गाबा और केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने उनसे सुनिश्चित करने को कहा कि शहरों में या राजमार्गों पर आवाजाही नहीं हो क्योंकि लॉकडाउन जारी है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि देश के कुछ हिस्सों में प्रवासी कामगारों की आवाजाही हो रही है। निर्देश जारी किए गए हैं कि राज्यों और जिलों की सीमा को प्रभावी तरीके से सील करना चाहिए। राज्यों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि शहरों में या राजमार्गों पर लोगों की आवाजाही नहीं हो। केवल सामान को लाने-ले जाने की अनुमति होनी चाहिए। अधिकारी ने बताया कि इन निर्देशों का पालन करवाने के लिए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की निजी तौर पर जिम्मेदारी बनती है। अधिकारी ने बताया कि प्रवासी कामगारों सहित जरूरतमंद और गरीब लोगों को खाना और आश्रय मुहैया कराने के लिए समुचित इंतजाम किए जाएंगे।