चैत्र नवरात्रि 25 मार्च से शुरू हो रहे हैं. नवरात्रि की पूजा के लिए अभी से बाजार सज गए हैं और भक्तों ने नवरात्रि की खरीददारी भी शुरू कर दी है. हर साल की तरह पूरे नौ दिन तक नवरात्रि का व्रत करने वाले भक्त इस बार भी कलश स्थापना करेंगे. नवरात्रि की पूजा में कोई चीज कम न हो जाए इसके लिए भक्त अभी से खरीददारी में जुट गए हैं. दुकानों पर नवरात्रि के सामान की खरीददारी एक लिए काफी भीड़ जमा हो जा रही है. अच्छा हो यही है कि अगर आप अभी से नवरात्रि की शॉपिंग कार लें ताकि ऐन समय पर दिक्कत क सामना न करना पड़े. नवरात्रि के व्रत में पूजन सामग्री का काफी महत्त्व होता है. इसके बिना आपकी पूजा अधूरी मानी जाती है. आइए देखते हैं नवरात्रि की पूजन सामग्री की लिस्ट
नवरात्रि में पूजा के सामान की पूरी लिस्ट
मां का सोलह श्रंगार: नवरात्रि में मां का सोलह श्रंगार किया जाता है. सोलह श्रृंगार में मां को- लाल चुनरी, लाल चूड़ी, बिछिया, पायल, लाल सिन्दूर, महावर, लाल रंग की बिंदी, लाल रिबन, मेहंदी, लाल नेलपॉलिश, हार, कान के लिए कर्णफूल, लाल रंग की लिपस्टिक अर्पित की जाती है.
घट स्थापना: नवरात्रि में पवित्र कलश की स्थपना की जाती है. इसके लियर मिट्टी का कलश, पानी वाला नारियल (जटा) के साथ, आम के पत्ते, मौली, रोली, गंगा जल, जायफल, एक सिक्का, जौ, एक बड़ा दिया, घी और रुई की बत्ती की आवश्यकता होती है
यज्ञ के लिए: नवरात्रि में कुछ लोग मां शक्ति को प्रसन्न करने के लिए यज्ञ भी करते हैं. यज्ञ के लिए हवन कुंड, 9 लौंग, कपूर, सुपारी, गुग्गुल, धूप-बत्ती, पंच-मेवा, देसी घी, चावल, आम की लकड़ी, समिधा (हवन सामग्री) की जरूरत होती है.
जौ -रोपण : नवरात्रि में लोग घट स्थापना से पहले जौ-रोपण करते हैं. इसके लिए मिट्टी का एक बर्तन, साफ मिट्टी और जौ चाहिए होता है.
मां की जोत के लिए: कुछ लोग नवरात्रि के दौरान अखण्ड डीप की स्थापना करते हैं. इसे मां की जोट भी कहा जाता है. इसके लिए मिट्टी का दिया, गाय का घी, रुई की बत्ती की आवश्यकता होया है
पुष्प और लाल वस्त्र: नवरात्रिमें मां की चौकी पर बिछाने के लिए लाल कपड़ा और मां का श्रंगार करने के लिए पुष्प भी जरूरी होते हैं. मां को गुड़हल क फूल काफी प्रिय होता है