जम्मू : जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में कोरोना वायरस के खतरे को बढ़ने से रोकने के लिए लगाये गए लॉकडाउन के दूसरे दिन मंगलवार को जम्मू के विभिन्न क्षेत्रों में कंटीली तारें लगाकर लोगों की आवाजाही को रोका जा रहा है।
जम्मू में सोमवार को लॉकडाउन का ज्यादा असर नहीं दिखाई दिया। दुकानें, सार्वजनिक यातायात, शिक्षा संस्थान, सिनेमाहाल, रेस्तरा, अंतर राज्य बस सेवा आदि तो बंद रहे लेकिन रविवार को जनता कर्फ्यू की तरहं सोमवार को लोगों ने लॉकडाउन का पालन नहीं किया। बड़ी संख्या में निजी वाहन सड़कों पर दौड़ते नजर आए। बड़ी संख्या में लोग भी जम्मू शहर के मुख्य चौक-चौराहों तथा शहरों में धूमते नजर आए और कुछं दुकानें भी खुली नजर आई जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई भी की।
मंगलवार सुबह से ही पुलिस ने लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए चौक चौराहों में कंटीली तारें लगाकर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया। जो लोग सड़कों पर निकल रहे हैं तो उन्हें वापस अपने घरों की ओर लौटना पड़ रहा है। चौक चौराहों पर जवान केवल प्रशासन द्वारा घोषित जरूरी वस्तुओं को लेने के लिए लोगों को जाने की इजाजत दे रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में आज सुबह से जारी बारिश के बीच सुरक्षाबल अपनी डयूटी निभा रहे हैं और लोगों से पहचान पत्र देखने व काम का ब्यौरा मिलने के बाद ही उनके गंतव्य के लिए भेज रहे हैं। सुरक्षाबल यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सरकार द्वारा घोषित जरूरी वस्तुओं की दुकानों के अलावा अन्य दुकानें न खुले।
सोमवार को लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में जम्मू में 27 दुकानों को सील कर दिया गया था जबकि इस दौरान 124 वाहनों को जब्त कर दिया गया। प्रशासन द्वारा लोगों से अपील की गई है कि वह घरों में रहकर ही सुरक्षित रहें तथा इस दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखें। प्रशासन ने कोरोना वायरस से लोगों को डरने के लिए नहीं बल्कि सावधानी बरतने के लिए कहा है। प्रशासन द्वारा जारी एक अपील में कहा गया है कि जरूरी सामान जैसे दूध, दहीं, किरयाना, चिकित्सा सेवा आदि लोगों के लिए उपलब्ध रहेंगे लेकिन इसके लिए भी घर का केवल एक ही सदस्य बाहर निकले ताकि कोरोना वायरस को अधिक फैलने स रोका जा सके।
जम्मू-कश्मीर में अभी तक कोरोना वायरस के केवल चार ही मामले सामने आए हैं जबकि लद्दाख में कोरोना वायरस के 13 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में 31 मार्च तक लॉकडाउन की घोषणा की गई है।