आईसीएमआर के अनुसार कोरोना वायरस फैलने के चार स्टेज हैं। जिसका तीसका स्टेज सामुदायिक संक्रमण है। जिसे कम्यूनिटी ट्रांसमिशन भी कहते हैं। ये काफी खतरनाक है। अगर इस पर काबू नहीं पाया गया तो मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। तीसीर स्टेज में कोई भी व्यक्ति किसी ज्ञात संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए बिना या वायरस से संक्रमित देश की यात्रा किए बिना ही इसका शिकार हो जाता है। इसलिए ये पता करने में दिक्कत आती है कि व्यक्ति में संक्रमण किससे और कहां से आया।
कोरोना वायरस के पहले स्टेज में महज वे लोग संक्रमित पाए गए हैं जो दूसरे देश से संक्रमित होकर भारत में आए हैं। वहीं दूसरे चरण में ये एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। इस दौरान केवल वही लोग प्रभावित होते हैं जो सीधे तौर पर कोरोना इंफेक्टेट व्यक्ति के संपर्क में रहता हो। भारत ये दोनों ही चरण पार कर चुका है। वैज्ञानिकों के अनुसार यहां तीसरा चरण शुरू हो रहा है। जिसमें ये हर किसी में तेजी से फैल सकता है। इसमें संक्रमण किससे और कैसे आ रहा है ये पता चलना मुश्किल हो जाता है। कोरोना की आखिरी स्टेज चौथी है। इस चरण में मौत आना लगभग तय हो जाती है। चीन इसका शिकार हो चुका है।