- संक्रमण रोग विशेषज्ञ मैरी के मुताबिक, रबड़ और लेदर के जूतों पर जिंदा रह सकता है वायरस
- एक्सपर्ट की सलाह, घर के मुख्य द्वार पर जूतों के लिए अलग जगह बनाएं ताकि घर में किटाणुओं की एंट्री न हो
हेल्थ डेस्क. कोरोनावायरस जूतों पर 5 दिन जिंदा रह सकता है। यह कहना संक्रमण रोग विशेषज्ञ मैरी शेमिडिट का। मैरी के मुताबिक, नया कोरोनावायरस रबड़ के सोल, लेदर और पीवीसी प्लास्टिक पर 5 दिन या उससे ज्यादा समय तक जिंदा रह सकता है। मैरी ने कोरोना से बचाव के तौर पर सलाह ही कि लोग ऐसे फुटवियर पहनें जिसे धोया जा सके।
जूते किटाणुओं का घर
मैरी कहती हैं कि जूते किटाणुओं का घर होते हैं। जूते के ऊपरी हिस्से में वायरस लम्बे समय तक जिंदा रहता है, यह निर्भर करता है यह बना किस मैटेरियल से है। अगर जूता प्लास्टिक से बना है तो कोरोनावायरस इस पर 2-3 दिन तक जिंदा रक सकता है। इसलिए ऐसे जूते पहनना रिस्की है।
एक जूते के सोल पर 4,21,000 बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी
2008 में हुई एरिजोना यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च कहती है कि एक जूते के सोल में औसतन 4,21,000 बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी होते हैं। ऐसी स्थिति में खासकर छोटे बच्चों के पेरेंट्स को ध्यान रखने की जरूरत है। ये बच्चे अक्सर मैदान में खेलते हैं और संक्रमण का खतरा रहता है।
कैसे करें बचाव
मैरी कहती हैं, हमेशा छोटे बच्चों से जूतों को छिपाकर रखें। ये बच्चों की पहुंच में नहीं होने चाहिए। उन्हें सिखाएं की इन्हें अपने हाथ से नहीं छूना है। कोशिश करें इन्हें घर के मुख्य दरवाजे के बाहर ही रखने की व्यवस्था बनाएं। पब्लिक हेल्थ विशेषज्ञ कैरोल विनर कहते हैं कि जरूरी बात है कि हाथ धोने और साफ-सफाई पर फोकस करना क्योंकि एक बार ये संक्रमण फैला तो घर के दूसरे सदस्य आसानी से इसके दायरे में आ सकते हैं।