नई दिल्ली : दिल्ली जीआरपी ने नई दिल्ली गरीब रथ से 4 नाबालिग बच्चियों को लेकर दिल्ली पहुंचे 2 मानव तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि बच्चियों को दिल्ली चाइल्डलाइन के हवाले कर दिया है। बच्चियां गुमला व लोहरदगा की रहनेवाली हैं। गिरफ्तार किया मानव तस्कर राम विनय साहू भी गुमला जिले के बसिया का रहने वाला है। वह अपने एक अन्य सहयोगी के साथ चारों नाबालिग बच्चियों को लेकर दिल्ली गया था।
पूछताछ में पता चला कि राम विनय साहू बच्चियों के परिजनों से यह कहकर उसे दिल्ली ले गया था कि वहां उसे घरेलू नौकरानी का काम दिलवाएगा। बच्चियां नाबालिग थीं, इसलिए वह मानव तस्करी के मामले में पकड़ा गया। छानबीन में यह भी जानकारी मिली कि गिरफ्तार राम विनय साहू दिल्ली के निहाल विहार में विश्व सर्विस सेंटर नाम से प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है। मानव तस्कर राम विनय साहू दिल्ली में झारखंड से नाबालिग बच्चियों को लाकर घरेलू नौकरानी का काम कराता है। इस पूरे प्रकरण में दिल्ली में बाल श्रम, नाबालिग बच्चियों की तस्करी व जूवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
दिल्ली में जीरो प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसपर कार्रवाई के लिए गुमला भेजा जाएगा। चाइल्ड हेल्प लाइन रांची की सक्रियता से गुमला की दो असुर बच्चियां दिल्ली में बिकने से बच गयी, लेकिन मानव तस्कर भागने में सफल रहा। रेस्क्यू की गई दोनों बच्चियों के पता का सत्यापन करने के उनके माता के साथ गुमला बाल कल्याण समिति भेज दिया गया। बच्चियों के अनुसार गरीबी के कारण उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी है।
उनके अभिभावक की सहमति से ही गानी के चंद्र लोहरा उन लोगों को काम दिलाने के लिए दिल्ली ले जा रहा था। मानव तस्करी के शिकार कुल 13 बच्चे-बच्चियों को एएचटीयू थाना सिमडेगा द्वारा देश के अलग-अलग हिस्सों से रेस्क्यू कर लाया गया। इस मामले में एक महिला तस्कर वंदना डांग को भी गिरफ्तार किया गया है। अनुसंधान के क्रम में आरोपित महिला तस्कर वंदना डांग को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार महिला तस्कर की निशानदेही पर हैदराबाद, बेंगलुरु सहित देश के अन्य स्थानों से बच्चों को रेस्क्यू कर लाया गया है। एसपी संजीव कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस निरीक्षक रवि प्रकाश राम के नेतृत्व में टीम गठित कर हैदराबाद भेजी गई थी।