पटना: 12 फरवरी 2012 को निर्भया के साथ हुई दरिंदगी के बाद तिहाड़ जेल में बंद उसके चारों दोषियों में अक्षय कुमार ने मजदूरी कर सबसे ज्यादा पैसे कमाए। अक्षय की फांसी के बाद अब उसके कमाए रुपए परिजनों को दे दिए जाएगे। दरअसल, सात साल जेल में बंद रहने के दौरान अक्षय और उसके साथियों ने जेल में मजदूरी कर रुपए कमाए। चारों दोषियों में अक्षय ने सबसे ज्यादा 69 हजार रुपए कमाए, जबकि विनय ने 39 हजार और पवन ने 29 हजार कमाए थे। तीन ने कुल मिलकार 1 लाख 37 हजार रुपए कमाए थे। जेल प्रशासन अब यह रुपए तीनों दोषियों के परिजनों को सौंप देगा।
मुकेश ने काम नहीं किया
तिहाड़ जेल में सात साल तक बंद निर्भया के रेप और मर्डर केस के चारों दोषियों में मुकेश ने कोई काम नहीं किया। इसलिए उसे किसी प्रकार का मेहनताना नहीं मिला। जबकि जेल में सात साल तीन महीने बंद रहने के दौरान सबसे ज्यादा बार विनय शर्मा ने जेल नियम को तोड़ा और सजा पाई।
विनय को 11 बार, पवन को आठ बार, मुकेश को तीन बार और अक्षय को एक ही बार सजा मिली थी। बिहार के गया जिले का रहने वाला अक्षय ठाकुर बंदी रहने के दौरान मजदूरी किया करता था। वहीं मुकेश भी जेल में मजदूर के रूप में काम कर पैसे कमाता था। जेल प्रशासन के अनुसार दोषियों द्वारा कमाए रुपए और उनके कपड़ों और सामान को परिवारवालों को सौंप दिया जाएगा।
सुबह 5:30 बजे चारों दोषियों को मिली फांसी
तिहाड़ जेल में बंद निर्भाया के चारों दोषियों को सुबह 5:30 बजे फांसी दे दी गई। इससे पहुले गुरुवार की आधी रात तक सुप्रीम कोर्ट मंे सुनवाई चली। उसके बावजूद दोषियों के वकील फांसी की सजा नहीं टाल सके और चारों को फांसी दे दी गई। फांसी के बाद चारों के शव का दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया।
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