
सुरेश की पत्नी मुन्नी ने बताया कि एम्बुलेंस वाले 3-4 हजार रुपए मांग रहे थे। उनके पास खाने को पैसे नहीं, इतने पैसे कहां से लाते? लिहाजा, उन्होंने एक सब्जीवाले से ठेला लिया और पति को उस पर बैठाकर हॉस्पिटल ले आई। मुन्नी ने बताया कि रास्ते में बहुत सारे लोग मिले। पूछताछ की, लेकिन किसी से मदद नहीं की। हालांकि मुन्नी को राहत है कि वे आखिरकार हॉस्पिटल पहुंच ही गईं।
(आगे पढ़िए कैसे पैदल चलते हुए दुनिया से चली गई एक बच्ची..)