वॉशिंगटन : अमेरिकी पत्रकार डेनिअल पर्ल की हत्या के आरोपी आतंकवादी अहमद उमर सईद शेख की संभावित रिहाई की खबरों के बीच अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ जारी संघर्ष में उसे अपनी वास्तविक प्रतिबद्धता प्रदर्शित करनी चाहिए।
ज्ञात हो कि हाल ही में पाकिस्तान की एक अदालत ने उमर की फांसी की सजा को जेल में बदल दिया और उसे केवल अमेरिकी पत्रकार के अपहरण के मामले में 7 साल की सजा सुनाई थी।
जिसके बाद आतंकी की जल्द ही रिहाई के आसार हैं। अमेरिका की विदेशी मामलों की हाउस कमिटी के चेयरमैन इलियट एंजल ने आतंकी उमर की संभावित रिहाई के सवाल पर चेतावनी भरी लहजे में कहा, पाकिस्तान की अदालत द्वारा पत्रकार डेनियल पर्ल के अपहरण और हत्या के मामले में दोषी साबित हुए उमर सईद शेख पर फैसला पलटने से बेहद चिंतित हैं। उन्होंने कहा यह जरूरी है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ वास्तविक प्रतिबद्धता दिखाए।
अमेरिकी पत्रकार की हत्या के मुख्य आरोपी ब्रिटेन में जन्मे अहमद उमर शेख को आतंकवाद निरोधी अदालत ने जो सजा सुनाई थी, उसे सिंध उच्च न्यायालय ने गुरुवार को पलट दिया था। अदालत ने उम्रकैद की सजा काट रहे सईद के तीन अन्य साथियों फहद नसीम, सलमान साकिब और शेख आदिल को बरी कर दिया था। अदालत ने सईद को मौत की सजा की जगह 7 साल की सजा देने का आदेश दिया था।
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मौत की सजा मिलने के बाद उमर सईद 18 साल से जेल में बंद रहा, लेकिन उसे फांसी नहीं दी गई। कोर्ट का फैसला आने के बाद बचाव पक्ष के वकील ने कहा कोर्ट ने सईद की सजा को 7 साल कर दिया है। पर्ल की हत्या का आरोप साबित नहीं हुआ है। इस वजह से उमर को अपहरण करने के आरोप में 7 साल की सजा दी गई है।
उमर पहले पहले ही 18 साल जेल में रह चुका है। इसलिए जल्द ही उसकी रिहाई हो सकती है। वह अगले कुछ दिनों में बाहर आ सकता है। आपको बता दें कि यह आतंकी कई साल तक भारत के अलग-अलग जेलों में बंद था और भारत ने वर्ष 1999 में कांधार में एयर इंडिया के हाइजैक किए गए विमान को छोड़ने के बदले में रिहा किया था।