वयस्कों में किडनी की बीमारी आम है और बच्चों द्वारा सीखी गई कई आदतें उनके बड़े होने के साथ ही किडनी के स्वास्थ्य की स्थिति निर्धारित कर सकती हैं। आप अपने बच्चे को कम उम्र से ही अपने किडनी की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं। www.myupchar.com से जुड़ी एम्स की डॉ. वीके राजलक्ष्मी का कहना है कि स्वास्थ्य संबंधी कई स्थितियां किडनी को प्रभावित करती हैं। इन स्थितियों की रोकथाम करके किडनी की बीमारी होने से बचाव किया जा सकता है। बच्चे के भविष्य में भी किडनी स्वस्थ बनीं रहे, इसलिए इन पांच बातों का ध्यान रखें :
नियमित व्यायाम, गतिविधि या कोई खेल
नियमित व्यायाम और शारीरिक गतिविधि बच्चे को बेहतर महसूस करने तथा उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। शारीरिक गतिविधि बच्चे के शरीर के कई हिस्सों को स्वस्थ रखने में मदद करती है, जिसमें उनकी हड्डियां, मांसपेशियां, हृदय और किडनी शामिल हैं। बच्चे के शेड्यूल में अधिक शारीरिक गतिविधि को शामिल करने के कई तरीके हैं। यह पता लगाना भी महत्वपूर्ण है कि उन्हें कौन सी गतिविधियां पसंद हैं। खास बात यह है कि इसे मजेदार बनाए रखें। स्क्रीन टाइम में टेलीविजन, स्मार्टफोन, टैबलेट और कम्प्यूटर शामिल हो सकते हैं। कोशिश करें कि बच्चें इन डिवाइस के साथ कम से कम समय गुजारें।
चीनी कम करें
बच्चे जब बड़े हो जाते हैं, तब बहुत अधिक चीनी मधुमेह का खतरा बढ़ा सकती है। हाई ब्लड शुगर भी उनके किडनी पर दबाव डाल सकती है। मधुमेह वयस्कों में किडनी की विफलता का प्रमुख कारण है। इसलिए बच्चे में चीनी के सेवन को जूस और स्पोर्ट्स ड्रिंक जैसे पेय पदार्थों को कम कर सकते हैं। शुगरी स्नैक्स और सीरियल्स से भी यथासंभव बचना चाहिए। कई अन्य खाद्य पदार्थों में भी अतिरिक्त चीनी मिलाई जाती है, जैसे कि ब्रेड और टोमैटो सॉस। इसलिए चीनी सामग्री के लेबल की जांच जरूर करें।
खूब पानी पिएं
शर्करा युक्त पेय के बजाय पानी देना चीनी पर कटौती करने का एक अच्छा तरीका है। पानी किडनी की अच्छी सेहत के लिए महत्वपूर्ण है और किडनी को यूरिन के रूप में खून से अपशिष्ट पदार्थों को निकालने में मदद करता है। यह सुनिश्चित करें कि बच्चे पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए पर्याप्त पानी होना महत्वपूर्ण है, खासकर बच्चों के लिए। हल्के डिहाइड्रेशन से बच्चे थका हुआ महसूस कर सकते हैं। अधिक गंभीर डिहाइड्रेशन सामान्य शारीरिक कार्यों को बाधित कर सकता है और बहुत गंभीर डिहाइड्रेशन से किडनी खराब हो सकती है।
नमक कम करें
शरीर को कार्य करने के लिए सोडियम की आवश्यकता होती है, लेकिन बहुत अधिक सोडियम हानिकारक हो सकता है। सोडियम के कारण शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है। यह अतिरिक्त संग्रहित पानी रक्तचाप बढ़ा सकता है और रक्त वाहिकाओं व किडनी सहित शरीर के विभिन्न हिस्सों को तनाव दे सकता है। बच्चों के बड़े होने पर उच्च रक्तचाप किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। उच्च रक्तचाप वयस्कों में किडनी की विफलता का दूसरा प्रमुख कारण है। उच्च रक्तचाप भी हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ाता है। नमकीन स्नैक्स के सेवन में कटौती करना चाहिए। प्रोसेस्ड फूड और फास्ट फूड में भी उच्च मात्रा में सोडियम होता है और इन्हें भी सीमित करना चाहिए।
स्वस्थ वजन बनाए रखें
हर किसी को ऊर्जा, हीट इन्सुलेशन और शरीर के अन्य कार्यों के लिए शरीर में वसा की आवश्यकता होती है। यह बच्चों के लिए विशेष रूप से जरूरी है। हालांकि, बहुत अधिक वसा और कैलोरी से वजन बढ़ सकता है। शरीर में बहुत अधिक वसा और वजन होने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। मधुमेह, किडनी रोग, हृदय रोग और अन्य समस्याओं के लिए उसका जोखिम अधिक होता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि बचपन का मोटापा समय के साथ किडनी की बीमारी के उच्च जोखिम से जुड़ा हुआ है। स्वस्थ वजन बनाए रखने से मधुमेह और उच्च रक्तचाप सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने या नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। एक स्वस्थ आहार और अच्छे पोषण की आदत डालें।
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