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ब्रिटेन में सब भगवान भरोसे, कोरोना संक्रमण से भयभीत भारतीयों को याद आया वतन

लंदन :  हजारों की संख्या में विदेश में रहने वाले भारतीयों को भारत की अपनी प्रस्तावित यात्रा स्थगित करनी पड़ रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते भारत सरकार ने उनके आने पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्हें डर है कि जरूरत के समय में भी वे भारत नहीं आ सकेंगे। दर्जनों लोग शुक्रवार को प्रतिबंध लगने से ठीक पहले फ्लाइट पकड़कर वापस लौट आए।

लंदन के किंग्स कॉलेज की छात्रा तारा सहगल को लग रहा था कि यूके में हालात बिगड़ने वाले हैं। इसलिए उन्होंने ऐन मौके पर दिल्ली की फ्लाइट पकड़ ली। उनका कहना है कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस को रोकने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है और इटली के बाद अब अगला नंबर यूके का है। तारा का कहना है यह ठीक नहीं है क्योंकि विदेशों में रहने वाले भारतीय भी उतने ही भारतीय हैं, जितने भारत में रहने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा अगर यह एक महामारी है तो हमें घर जाना है।
वापस आने वालों में वहां के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे और भारत में बिजनेस करने वाले लोग भी हैं।

राजस्थान एसोसिएशन यूके के हरेंद्र जोढा का कहना है कि कम से कम भारत सरकार वायरस को फैलने से तो रोक रही है। यूके ने सब कुछ भगवान भरोसे छोड़ रखा है। उन्होंने बताया है जो लोग वापस गए हैं, उन्हें लगता है कि उन्हें भारत में बेहतर और सस्ता इलाज मिल सकता है और वहां उनके परिवार हैं। यहां लोगों के टेस्ट भी नहीं कराए जा रहे हैं।

भारत में एयरफोर्स मोबाइल लैब लेकर ईरान तक चली गई और लोगों के टेस्ट किए। जोढा ने बताया कि यूके में नेशनल हेल्थ सर्विस का नंबर तक लगना मुश्किल है। उनका कहना है, ‘यूके को अपना अहं छोड़कर दुनिया से मदद लेनी चाहिए। दूसरे देश टेस्टिंग किट भेज रहे हैं। यह इंसानियत की बात है। विदेश में रहने वाले भारतीयों को लगता है कि वे भारत के नागरिक हैं। यह पहली बार है जब उन्हें भारतीय नागरिक से अलग महसूस हो रहा है. लेकिन उन्हें सरकार की बात समझ में आ रही है।

रीच इंडिया की नंदिनी सिंह ने बताया कि ओवरसीज सिटीजन आफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड होल्डर्स ने भारत की ट्रिप कैंसल किए जाने के फैसले को स्वीकार कर लिया है, क्योंकि वे नहीं चाहतीं कि भारत चीन या इटली बने। नंदिनी ने कहा, हमें यह नहीं समझ में आ रहा है कि ब्रिटेन बुरी तरह प्रभावित इलाकों से अपनी फ्लाइट्स क्यों नहीं बैन कर रहा है और हीथ्रो पर पैसंजर्स को स्क्रीन भी नहीं कर रहा है। निमित सिसोदिया के पूरे परिवार को फ्लू हो गया है। वह अपने परिवार के साथ दिल्ली आकर घर से काम करना चाहते थे लेकिन बैन लग जाने के कारण अब वह ऐसा नहीं कर सकेंगे।
उन्होंने कहा हमें बैन करने की जगह वे एक ओसीआई कार्डहोल्डर्स के लिए क्वरेंटीन सेक्शन बना सकते थे या हमें जाने देते और लैंड होने पर डॉक्टर्स से चेक करा लेते। हम नेशनल हेल्थ सर्विस में टेस्ट नहीं करा सकते।

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