रतलाम : जिला प्रशासन ने मंगलवार, 31 मार्च को जिले में सम्पूर्ण रूप से लॉकडाउन किए जाने की घोषणा की है। यह 30 मार्च रात 12 बजे से 1 अप्रैल सुबह 6 बजे तक प्रभावशील रहेगा। इस आदेश में केवल मेडिकल की चिन्हित दुकानें, सांची दुग्ध की दुकानें तथा घर-घर दूध बाटने वाले हाकर को छूट दी गई है। साथ ही कुकिंग गैस तथा पेट्रोल पम्प की व्यवस्था पूर्वरत रहेगी। गैस सिलेंडर की होम डिलेवरी हो सकेगी। इसी प्रकार पेट्रोलपम्प खुले रहेंगे,लेकिन कोई पेट्रोल नहीं ले जा सकेगा। 7 से 11 की जो छूट कुछ दुकानों के लिए दी गई थी वह पूरी तरह बंद रहेगी।
मंगलवार को इसके अतिरिक्त सभी प्रकार की दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। भोजन के पैकेट केवल शासन स्तर पर बांटे जाएंगे। सामाजिक एवं सेवा संस्थाओं के माध्यम से वितरित होने वाले भोजन पैकेट भी शासन के द्वारा ही वितरित होंगे। जिला प्रशासन ने ही इसके लिए कंट्रोल रूम नंबर 270404 पर प्रात: 10 से 12 एवं शाम 6 से 8 बजे तक संपर्क करने का कहा है। यह भोजन केवल निराश्रित मजदूर, गरीब प्रवासी एवं जरूरतमंद लोगों के लिए ही उपलब्ध रहेंगे।
धर्मगुरूओं ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करे, जो आमजनों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
संकेतक चिन्ह लगाए जाएंगे
छूट-पूट रुप से मजदूरों का आना जारी
भले ही प्रशासन ने पलायन कर गए मजदूरों के रतलाम लौटने पर उनके गंतव्य तक पहुंचाने तथा उनके भोजन की पूर्ण व्यवस्था की हो, इसके बावजूद भी छूट-पूट रुप से मजदूरों का अपने परिवार के साथ आना जारी है। सोमवार को मुख्य सड़कों एवं गलियों में यह मजदूर गिनती के देखे जा सकते है, जब उनके पूछा गया तो वह बताते हैं कि वह पैदल-पैदल आ रहे है, रास्ते में उनसे किसी ने पूछा भी नहीं कि तुम्हें कहा-जाना है। ऐसे मजदूर बाजना,रावटी आदिवासी क्षेत्र के थे। ऐसे मजदूरों की रोकथाम के लिए पुलिस गश्ती दल को प्रयास कर उन्हें उन ठिकानों पर पहुंचाया जाना चाहिए जहां पर इनका प्रबंध किया गया है। इसी प्रकार कुछ महिलाएं जत्थे के रुप में प्रभावी लोगों के यहां सहायता के रुप में पहुंच रही है, उनकी भी सुध ली जाना चाहिए। यह कार्य भी गश्ती पुलिस यानी ऐलान करने वाले लोगों को देखना चाहिए।