आईजोल : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) की चपेट में भारत आ चुका है। बुधवार को पूर्वोत्तर में कोविड-19 का दूसरा मरीज सामने आया है। 50 वर्षीय मरीज की ट्रेवेल हिस्ट्री निदरलैंड की बताई गई है। उसका इलाज आईजोल के जोराम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। संक्रमित मरीज की जांच रिपोर्ट बुधवार सुबह पॉजटिव आई है। इसकी जांच रिपोर्ट सिलचर और गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की लैब से पुष्टि हुई है।
जानकारी के अनुसार मरीज बैपटिस्ट पादरी गत 16 मार्च को एम्स्टर्डम, नीदरलैंड से वापस आया। लेन्गपुई हवाई अड्डे पर उसे 10 दिनों के लिए घर से बाहर रहने की सलाह दी गई थी। सूत्रों के अनुसार वह परिवार के साथ रहा। नौ दिन बाद जब उसके अंदर कोविड-19 के लक्ष्य दिखने लगे तो फिर उसे मिज़ोरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। संक्रमण के संदेह के बाद नमूना की जांच के लिए गुवाहाटी व सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की लैब भेजा गया था। बुधवार सुबह मिजोरम के स्वास्थ्य मंत्री ने मरीज में कोविड-19 की पुष्टि होने की घोषणा की। वहीं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने भी इस मामले की पुष्टि की है। अब परिवार के अन्य सदस्यों को भी आईजोल के ज़ोरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अलग वार्ड में रखा गया है।
माना जा रहा है कि घर में अलग रहने की ताकीद के बावजूद मरीज अपने घर से बाहर निकलकर घूम रहा था। इसकी वजह से माना जा रहा है कि वह अन्य कई लोगों तक संक्रमण को फैलाया होगा। इसकी गंभीरता के साथ जांच की जा रही है कि मरीज किस-किस व्यक्ति के संपर्क में आया था। उसकी भी गहन निगरानी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इसी तरह का मामला मणिपुर में भी मंगलवार को सामने आया। जहां पर एक 23 वर्षीय युवती इंग्लैंड से आई थी। उसकी भी रिपोर्ट मंगलवार को पाजटिव पाई गई थी। उसका इलाज इम्फाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। उसकी स्थिति सामान्य बताई गई है। इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए पूर्वोत्तर की राज्य सरकारों ने 23 मार्च से लॉकडाउन शुरू किया था। जबकि बीती रात से प्रधानमंत्री ने पूरे देश में अगले 21 दिनों के लिए लॉकडाउन घोषित कर दिया है।