लखनऊ. कोरोनावायरस के चलते पूरा देश 21 दिन यानी 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार ने पहले ही लॉकडाउन लागू कर दिया था। सरकार बार-बार कह रही है कि किसी भी चीज की कमी नहीं होगी। 10 हजार गाड़ियों से राशन-दूध घर-घर तक पहुंचाएंगे। लेकिन, कुछ लोग हैं, जो मानने को तैयार नहीं। ऐसे ही लोगों से पुलिस अब सख्ती से निपट रही है। मऊ में बेवजह बाहर टहलने वालों को पुलिस दीवार से चिपकाकर खड़ा कर दे रही है। लापरवाही का आलम पूरे राज्य में नहीं है। कई इलाकों में लोगों ने मोदी की अपील पर अपनी लक्ष्मण रेखा बना ली है। नवरात्र के पहले दिन कुछ लोग खरीदारी करने निकले, लेकिन मास्क लगाकर।
लखनऊ: जनता कर्फ्यू वाले दिन से ही लॉकडाउन
राजधानी बीते 22 मार्च से लॉकडाउन है। यहां जगह-जगह बैरिकेड लगाकर आने जाने वालों की चेकिंग हो रही है। हालांकि, ज्यादातर लोग अपने घरों में हैं। सुबह लोगों को दूध, राशन व दवाएं खरीदी। उसके बाद लोग घरों में चले गए। पुलिसकर्मी ऐहतियात बरतते हुए लॉकडाउन का पालन करवा रहे हैं।
गाजियाबाद: दिल्ली बॉर्डर सील
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में लॉकडाउन का असर देखने को मिल रहा है। यहां सड़कों पर सन्नाटा है। इक्का-दुक्का लोग सड़क पर नजर आ रहे हैं। दिल्ली बॉर्डर को सील कर दिया गया है। ऐसे में लोग पैदल ही घरों की तरफ जा रहे हैं। गाजियाबाद में कोरोना के अब तक तीन मामले सामने आए हैं। यहां के दो मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। एक का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जौनपुर: काजीपुर गांव ने खुद को किया लॉकडाउन
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में कोरोना से एक व्यक्ति संक्रमित मिला था। जिले में लॉकडाउन का असर देखने को मिल रहा है। यहां ग्राम सभा काजीपुर के ग्रामीणों ने कोरोना वायरस से लड़ने खुद बीड़ा उठाया है। गांव वालों ने गांव के बाहर एक बैनर टांगा है। जिसमें लिखा है कि काजीपुर लॉकडाउन है। हम कोरोना से मिलकर लड़ेंगे। प्रशासन का सहयोग करें। गांव से न कोई जा रहा है, न किसी को आने दिया जा रहा है।
आगरा: बेवजह निकलने वालों पर चला पुलिस का डंडा
सड़कों पर बेवजह निकलने वालों से आगरा में पुलिस सख्ती से निपट रही है। दूसरों के लिए खतरा बने लोगों को पुलिस ने पहले समझाया, जब नहीं माने तो पुलिस ने डंडा चलाकर कड़ा सबक दिया। इसके बाद पुलिस की मेहनत रंग लाई और लोग अपने घरों में जाकर कैद हो गए।
मऊ: बाहर घूमने वालों को मकड़ी की तरह दीवार से चिपकाया
मऊ में सुबह राशन, दूध व दवा की दुकानें तो भारी भीड़ देखी गई। इस दौरान तमाम ऐसे भी मिले जो बेवजह टहल रहे थे। उनके घर से बाहर निकलने की सटीक बहाना भी नहीं था। ऐसे में पुलिस ने उन्हें दीवार से चिपकाकर हाथ खड़ा कर खड़े रहने की सजा दी। लोगों को काफी समय तक ऐसे स्पाइडरमैन बनाने के बाद उन्हें समझाकर घर भेज दिया।
वाराणसी: नवरात्र में पहली बार बंद हैं मां शैलपुत्री के कपाट
मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र आज से शुरू हो गया। कोरोनावायरस के चलते सदियों में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब भक्त और भगवान के बीच दूर रहने की पाबंदी लगी हो। काशी में अलईपुरा स्थित मां शैलपुत्री के मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहे। सुबह पुजारी ने मां की श्रृंगार आरती की और उन्हें भोग लगाया। इक्का-दुक्का लोग अराधना के लिए पहुंचे थे, लेकिन उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ा।
गोरखपुर: नेपाल बॉर्डर सील, खरीदारी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं
गोरखपुर जिला नेपाल बॉर्डर से सटा है। बॉर्डर को सील कर दिया गया है। यहां लॉकडाउन का आज तीसरा दिन है। बुधवार सुबह बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। लेकिन, दवा दुकानों पर भीड़ देखी गई। लोगों ने दवाएं खरीदी और घरों की तरफ चले गए। लोगों ने चेहरे पर मास्क लगा रखा था। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं किया गया।
मिर्जापुर: मां विंध्यवासिनी के कपाट भी बंद
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात एवं राजस्थान में बसे अधिकांश परिवार नवरात्र के मध्य अपनी कुलदेवी के विंध्याचल धाम में दर्शन पूजन करने आते हैं। लेकिन, कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को चलते मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद हैं। मंदिर जाने वाली गलियों को सौ मीटर पहले ही बैरिकेटिंग करके आवाजाही पर रोक लगा दिया गया है। बुधवार को नवरात्र के पहले दिन सिर्फ पुजारी ने मां की आरती उतारी।