रांची. राजधानी रांची में पहली बार हॉट स्पाॅट बने हिंदपीढ़ी के बाहर भी कोरोना संक्रमण का मामला मिला है। रांची में पूरे राज्य में सबसे ज्यादा 19 कोरोना संक्रमितों की पहचान की जा चुकी है। इसके बाद भी लोग समझने को तैयार नहीं नजर आ रहे हैं। रविवार की सुबह भी कई क्षेत्रों में सब्जी खरीदारी के लिए लोग आम दिनों की तरह सड़क पर निकल आए। सब्जी दुकानों में भी बिना मास्क व सोशल डिस्टेंस पर ध्यान नहीं दिया लोगों ने और खरीदारी की। कांके रोड स्थित रॉक गार्डेन के सामने लगे सब्जी बाजार में कुछ ऐसे ही हालात देखने को मिले। यह आदत लोगों के बीच संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकता है।
वहीं, रांची नगर निगम ने रविवार को शहर के कई क्षेत्रों मैं सैनिटाइजेशन कराने का अभियान शुरू कर दिया। इसके लिए फायर बिग्रेड के बड़े वाहनों को सड़कों पर उतार दिया गया। 4000 लीटर क्षमता से लैश इस दमकल में करीब 3500 लीटर एक परसेंट सोडियम हाइपोक्लोराइट कीटनाशक भरा जा रहा है। इससे प्रत्येक घर में खिड़की- दरवाजे, बाग बगीचे, पेड़-पौधे, बिजली के पोल, घर में लगे वाहन को सैनिटाइज किया जा रहा है।
शुक्रवार को पति-पत्नी भी मिले थे कोरोना संक्रमित
वहीं, काेराेना पाॅजिटिव दंपती के परिवार का सैंपल लेने शनिवार काे पुलिस के साथ मेडिकल टीम आजाद बस्ती पहुंची ताे लाेगाें ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। इधर, काेराेना पाॅजिटिव दंपती का 3 दिन का बच्चा मां के पास रहेगा। शुक्रवार काे हिंदपीढ़ी में मिले काेराेना पाॅजिटिव पति-पत्नी काे रिम्स के काेराेना सेंटर के जनरल वार्ड में रखा गया है। तीन दिन का नवजात भी मां के पास ही है। काेराेना टास्क फाेर्स के टीम के सदस्य निशिथ एक्का ने बताया कि डब्ल्यूएचओ का निर्देश हैं कि नवजात काे मां के पास ही रखना है अाैर वह मां का दूध ही पीएगा। बच्चा अभी महज तीन दिन का है। ऐसे में उसका सैपल लेना हानिकारक हाे सकता है। इसलिए कम से कम 15 दिन रुकना हाेगा।
वहीं, बरियातू के जोड़ा तालाब रोड स्थित एक अपार्टमेंट में रहने वाले एक रिटायर्ड डीडीसी को 31 मार्च को बाथरूम में गिरने से ब्रेन हैमरेज हो गया था। रांची के तीन अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के बाद 16 अप्रैल को उन्हें एयर एबुंलेस से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया था। वहां उनका कोरोना टेस्ट किया गया जो पॉजिटिव निकला। उनकी शनिवार को ही मौत हो गई। वहीं, हिंदीपीढ़ी में अब तक 18 कोरोना संक्रमित सामने आ चुके हैं।
तीन अस्पतालों में गए थे रिटायर्ड डीडीसी लेक व्यू अस्पताल बंद, फ्लैट भी सील
लेक व्यू हाॅस्पिटल में रिटायर्ड डीडीसी 16 दिन भर्ती रहे थे। अस्पताल के संचालक अफसर खान ने बताया कि उन्हें सीटी स्कैन के लिए मेडिका हाॅस्पिटल द्वारा संचालित एडवांस डायग्नाेस्टिक सेंटर और एमआरआई के लिए एक निजी सुपर स्पेशलिटी हाॅस्पिटल ले जाया गया था। बेटे के हैदराबाद से लाैटने पर उन्हें गुरुग्राम के मेदांता ले जाया गया था। 18 अप्रैल काे सुबह सूचना दी गई कि वह काेराेना पाजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद लेक व्यू हाॅस्पिटल काे बंद कर डाॅक्टर और सभी स्टाफ काे क्वारैंटाइन कर दिया गया है। मधुमति अपार्टमेंट स्थित उनके फ्लैट को सील किया गया है। परिजनों को अभी इसी फ्लैट में क्वारेंटाइन किया गया है। बिल्डिंग में रहने वाले बाकी लोगों को भी बाहर जाने से मना किया गया है।
पुलिस सख्ती से करा रही लॉकडाउन का पालन
वहीं, लॉकडाउन को कड़ाई से लागू कराने के लिए हर एक इलाकों में पुलिस मुस्तैद है और गंभीरता से आने-जाने वाले वाहनों की जांच पड़ताल कर रही है। दो पहिया वाहन पर दो व्यक्ति के मूवमेंट पर फटकार भी लगाई जा रही है। वहीं, चार पहिया वाहनों में 2 से अधिक लोग होने पर उन्हें वापस भेजा जा रहा है। हालांकि अल्बर्ट एक्का चौक, सुजाता चौक के पास तैनात पुलिसकर्मियों से कई बार वाहन सवार उलझते भी दिखे । उसके बावजूद पुलिस उन्हें डांट-फटकार कर वापस भेजने में जुटी है। इधर, रांची के बरियातू क्षेत्र में कोरोनावायरस मरीज की मृत्यु होने के बाद राजभवन से बूटी मोड़ रोड पर भी पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है। करम टोली चौक से बरियातू रोड में अनावश्यक निकलने वालों को वापस घर भेजा जा रहा है।
एक एएसआई सस्पेंड, 4 थानेदारों को शोकॉज जारी
लाॅकडाउन में पास का दुरुपयाेग कर हिंदपीढ़ी से लाेहरदगा जाने के मामले में एसएसपी अनीश गुप्ता ने चार थानों के 8 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की है। मांडर के एएसआई सुनील माड़ी को जहां सस्पेंड किया, वहीं सुखदेवनगर थाने के दारोगा अभय कुमार, चान्हो थाना के दारोगा रूपा बाखला, नरकोपी थाना के दारोगा जुगनू महथा पर विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है। जबकि चारों थानों के प्रभारी को शोकॉज किया है। पिता के इलाज के नाम पर मो. आजाद ने लोहरदगा से 15-16 अप्रैल का पास बनवाया और हिंदपीढ़ी से 7 लोगों को लेकर लोहरदगा चला गया, लेकिन कहीं भी न गाड़ी की जांच हुई, न ही पूछताछ।