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रातभर रेत के टीले पर बैठी रही यह महिला.., सुबह इस आदमी को देखकर निकल पड़ी चीख-‘बचाओ-बचाओ’

बलरामपुर, छत्तीसगढ़. यह तस्वीर छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बहने वाली कन्हर नदी की है। यह महिला हाट जाने के लिए नदी पार कर रही थी, तभी पानी का तेज बहाव आ गया था। कुछ दूर बहते हुए यह महिला रेत के एक टीले तक पहुंच गई थी। महिला रातभर इस टीले पर बैठी रही। अगले दिन कुछ लोगों की नजर उस पर पड़ी, तक उसे बाहर निकाला जा सका।

और आदमी को देखकर चीख पड़ी महिला…
यह मामला रामनुजगंज का है। रामानुजगंज और झारखंड के गोदरमाना गांव में रविवार को साप्ताहिक हाट लगती है। इस दौरान दोनों ओर से हजारों लोग एनीकट(पानी रोकने छोटा बांध) से हाट पहुंचते हैं। गोदरमाना की यह महिला रामानुजगंज आ रही थी। जब वो एनिकट से नदी पार कर रही थी, उस वक्त पानी ऊपर से बह रहा था। अचानक तेज बहाव आने से महिला अपना संतुलन नहीं बना सकी और बह गई। कुछ दूर जाकर वो रेत के टीले में फंस गई। महिला रातभर उस टीले पर बैठी रही। अगले दिन कुछ लोगों की नजर उस पर पड़ी, तब रेस्क्यू करके उसे बाहर निकाला गया।

बताते हैं कि लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। लेकिन घंटेभर तक वे पुलिस का इंतजार करते रहे। जब पुलिस नहीं पहुंची, तो सूरज पासवान नामक एक युवक ने जोखिम उठाया। वो जैसे ही रस्सी लेकर नदी में उतरा महिला बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगी। युवक ने अपनी जान पर खेलकर महिला को बाहर निकाल लिया। अब इस युवक को ग्राम पंचायत पुरस्कृत करेगी। नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने ने कहा कि युवक ने साहस का परिचय दिया है।

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