रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के बोर्ड ऑफ ट्रस्टियों की चार अप्रैल को प्रस्तावित बैठक के बाद राम मंदिर के लिए अतिरिक्त पत्थरों की तराशी के साथ तराशे जा चुके पत्थरों की सफाई का काम तेज गति से शुरू हो सकेगा।
इस बीच बोर्ड ऑफ ट्रस्ट ने निर्णय लिया है कि एक अप्रैल 2020 से शुरू होने नए वित्तीय वर्ष में राम मंदिर निर्माण के लिए दानदाताओं के दान की धनराशि ट्रस्ट की ओर से प्राप्त करना शुरू कर दिया जाएगा। ट्रस्ट ने दानदाताओं की धनराशि प्राप्त करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक की अयोध्या शाखा में एक अतिरिक्त खाता भी जीरो बैलेंस पर खुलवा लिया है।
इसकी पुष्टि करते हुए रामजन्मभूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी व आरएसएस के प्रांत कार्यवाह डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि 31 मार्च के पहले दान की राशि प्राप्त करने से चालू वित्त वर्ष का लेखा-जोखा प्रस्तुत करना पड़ेगा। फिलहाल ट्रस्ट का आयकर विभाग में पंजीकरण हो गया है।
ट्रस्ट की ओर से आयकर विभाग में पंजीकरण 10(23 सी) 5 के अन्तर्गत कराया गया है जिसमें ट्रस्ट को दान की राशि में शत-प्रतिशत आयकर की छूट मिलेगी। इसी तरह से ट्रस्ट ने 80 जी के स्थान पर 35 एसी के अन्तर्गत आयकर विभाग से प्रमाण लिया है जिसमें दानदाता को भी आयकर में शत-प्रतिशत छूट प्राप्त होगी। इससे पहले ट्रस्ट का पैन कार्ड भी बनवाया जा चुका है।
विराजमान रामलला के गर्भगृह में भी 20 मार्च से होगा अनुष्ठान: चैत्र नवरात्र से रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला का स्थान परिवर्तन हो जाएगा। इससे पहले नए स्थान पर 20 मार्च से वैदिक आचार्य विधिवत अनुष्ठान आरम्भ करेंगे। इसके साथ ही विराजमान रामलला के गर्भगृह में भी अलग से अनुष्ठान शुरू होगा। रामजन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि देवता को उनके स्थान बदलने के लिए उनके आदेश की जरुरत है। इसके लिए उन्हें पहले उनसे स्थान बदलने के लिए प्रार्थना की जाएगी, जिससे वह मूल स्थान पर निर्माण कार्य की अनुमति देकर स्वेच्छा से नए स्थान पर प्रतिष्ठित हों और सभी भक्तों का कल्याण करें।
अखाड़ा में 21 मार्च को होगा जमावड़ा
निर्मोही अखाड़ा की अयोध्या बैठक का वार्षिकोत्सव 21 मार्च को मनाया जाएगा। इस अवसर पर विविध अनुष्ठान के साथ वार्षिक भंडारे का भी आयोजन किया गया है।