कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस एक बहुत बड़ी समस्या है और इस पर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी। उन्होंने यह दावा भी किया कि इस समस्या के समाधान की दिशा में कदम उठाने की बजाय यह सरकार बेखबर पड़ी है।
गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं यह दोहराता रहूंगा कि कोरोना वायरस एक बहुत बड़ी समस्या है। इस समस्या को नजरअंदाज करना समाधान नहीं है। अगर कड़े कदम नहीं उठाए गए तो भारतीय अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी।’ उन्होंने दावा किया कि यह सरकार बेखबर पड़ी है। कांग्रेस नेता ने बृहस्पतिवार को भी आरोप लगाया था कि कोरोना वायरस की समस्या और अर्थव्यवस्था की हालत को लेकर प्रधानमंत्री सो रहे हैं।
I will keep repeating this.
The #coronavirus is a huge problem. Ignoring the problem is a non solution. The Indian economy will be destroyed if strong action is not taken. The government is in a stupor. https://t.co/SuEvqMFbQd
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 13, 2020
मोदी और उनकी विचारधारा ने अर्थव्यवस्था को नष्ट किया, जवाब दें प्रधानमंत्री
राहुल गांधी ने गुरुवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही राहुल ने कहा कि अर्थव्यवस्था की स्थिति पर प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए। गांधी ने यह भी दावा किया कि भारत एक देश के तौर पर संकट की तरफ बढ़ रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था को लेकर बेखबर हैं।
उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि हमने देखा कि शेयर बाजार में क्या हुआ है। लाखों लोगों का नुकसान हुआ है। अर्थव्यवस्था की हालत सब देख रहे हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी जी और उनकी विचारधारा ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया। उनके मुंह से अर्थव्यवस्था के बारे में एक शब्द नहीं निकल रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को तो अर्थव्यवस्था की समझ ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत क्यों हुई है। उनके पास इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए क्या नीति है। कोरोना वायरस का उल्लेख करते हुए गांधी ने कहा, ”कोरोना वायरस का अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर हो रहा है। प्रधानमंत्री सो रहे हैं। अर्थव्यवस्था को लेकर पहले ही बहुत देर हो चुकी है, नुकसान को कम करने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को प्रधानमंत्री से सवाल पूछना है कि उन्होंने रोजगार के लिए क्या किया है। यह नुकसान आपको होगा।