नई दिल्ली. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है। आज सोमवार को लॉकडाउन का 6 वां दिन हैं। लॉकडाउन लागू होने से शहरों में कामकाज बंद हो गया है। जिसके बाद मजदूर शहर छोड़कर अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं। हालांकि परिवहन के सभी साधन बंद हैं। जिसके बाद मजदूर पैदल ही घर के लिए निकल पड़े हैं। इसी बीच शनिवार को 38 साल के एक शख्स की 200 किलोमीटर पैदल चलने के बाद मौत हो गई थी।
अब उसका एक ऑडियो कॉल सामने आया है। जहां वो अपने घर वालों से बात कर रहा है। रणवीर नाम का ये शख्स दिल्ली के एक रेस्टोरेंट में काम करता था। रेस्टोरेंट बंद होने के चलते रणबीर पैदल ही अपने गांव जाने के लिए निकल पड़ा। लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
‘लेने आ सकते हो तो आ जाओ’
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक 42 सेकेंड की इस ऑडियो कॉल में एक तरफ से आवाज आ रही है कि किसी से कहो कि वो तुम्हें मुरैना तक लिफ्ट दे दे। फिर आवाज़ आती है 100 नंबर पर कॉल करो। क्या वहां कोई एम्बुलेंस है? क्या वो तुम्हें यहां तक छोड़ सकता है। फिर एक ब्रेक के बाद रणबीर कहता है कि अगर लेने आ सकते हो तो आ जाओ।
पुलिस का कहना है- हार्ट अटैक मौत की वजह !
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रणवीर दिल्ली से अपने गांव के लिए पैदल चला था। शनिवार की सुबह जब वह आगरा पहुंचा तो उसने सीने में दर्द की शिकायत की। शनिवार सुबह 6.30 बजे सिकंदरा थाना क्षेत्र में सड़क किनारे ही उसने दम तोड़ दिया। करीबियों का कहना है कि रणवीर की मौत भूख-प्यास से हुई हैं। वहीं, सिकंदरा पुलिस का कहना है कि स्थितियों को देखकर हार्टअटैक से मौत हुई है। हालांकि अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। जिसके बाद मौत की वजह साफ हो पाएगी।
एक दुकानदार ने खिलाया था चाय-बिस्किट
बताया जाता है कि सिकंदरा क्षेत्र में कैलाश मोड़ पर पहुंचते ही रणवीर को बेचैनी होने लगी। ऐसे में वो सड़क किनारे बैठ गया। इस बीच उसके दोनों साथी तब तक आगे निकल चुके थे। रणवीर ने एक दुकानदार से सीने में दर्द होने की बात कही। दुकानदार ने घर से चाय और बिस्किट लाकर खिलाए भी थे जिसके बाद उसकी तबीयत और बिगड़ गई और थोड़ी देर बाद ही रणवीर की मौत हो गई।