कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देश में लगाए गए लॉकडाउन के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से जहां हैं, वहीं पर रहने की अपील की है। केजरीवाल ने कहा कि इस समय अपने घर पर रहना ही देशभक्ति है। अभी 18 दिन बचे है लॉकडाउन के। अगर आपको अच्छा लगे तो आप वो कर सकते हो जो मेरे परिवार ने शुरू किया है। गीता के 18 अध्याय है, रोज एक पढ़िए। सिर्फ आधा घंटा लगता है।
देश भर में लोग शहरों से गाँवों की ओर पलायन कर रहे हैं। ये बेहद ख़तरनाक है। इस से तो करोना बड़ी तेज़ी से पूरे देश में फैल जाएगा। प्रधान मंत्री जी ने कहा – जो जहां है, वहीं रहे। अगर हमें करोना रोकना है तो इसे सख़्ती के साथ लागू करना होगा। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लोगों के रहने का इंतजाम किया जा रहा है। दिल्ली के हर नागरिक के लिए सम्मानजनक व्यवस्था देना हमारी जिम्मेदारी है।
कोरोना को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन बेहद जरूरी है। इस कठिन समय में हमारे शहर के गरीबों को हमारी मदद की जरूरत है। क्या आप उनकी मदद करने के लिए तैयार है? बता दें कि शनिवार को अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि आज से 1,000 राशन की दुकानों में मुफ्त राशन दिया जा रहा है। बाकी दुकानें भी अगले 2-3 दिन में खुल जाएंगी।
इससे दिल्ली के लाखों परिवारों को राहत मिलेगी। हमारी दिल्ली में कोई भूखा नहीं सोएगा। आज से हम 568 स्कूल और 238 शेल्टरों द्वारा रोजाना 4 लाख लोगों को भोजन खिलाने के लिए तैयार है। आप सब से मेरी अपील है, ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को Hunger Relief Centres के बारे में बताएं और नजदीकी सेंटर पर लोगों को पहुंचने में उनकी मदद करें।
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस (कोविड 19) के 106 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 979 हो गई हैं और छह मरीजों की मौत के पश्चात मृतकों का आंकड़ा 25 हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने रविवार को यहां एक संवाददाता सम्मलेन में बताया कि जिन छह मरीजों की मौत हुई है , उनकी उम्र ज्यादा थी और उनका कोरोना मरीज से संपर्क इतिहास भी था।
उन्होंने बताया कि इस समय देश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार का ध्यान कोरोना मरीजों के अधिक बोझ वाले क्षेत्रों पर है और सभी राज्यों के साथ मिलकर कम्युनिटी सर्विलांस.. अत्यधिक संपर्क ट्रेसिंग जैसे प्रयासों पर हैं और लॉक डाउन तथा सोशल डिस्टैन्सिंग के पालन पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा हैं। सरकार स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे को भी मजबूत बना रही हैं और राज्यों से कोविड समर्पित अस्पताल, ब्लॉक्स, आइसोलेशन वार्डस, आइसोलेशन बेड्स बनाने पर बातचीत की जा रही हैं।