Home / स्पॉट लाइट / लॉकडाउन: बीमार बुजुर्ग की दवा हो गई खत्म, लेने जाना था 130 KM दूर, जानें कैसे फरिश्ता बनी पुलिस

लॉकडाउन: बीमार बुजुर्ग की दवा हो गई खत्म, लेने जाना था 130 KM दूर, जानें कैसे फरिश्ता बनी पुलिस

कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन के दौरान परेशानियों और समस्याओं के बीच शहर से लेकर गांव तक पुलिसवाले लोगों का सहारा बने हुए हैं। चाहे वो पलायन कर रहे मजदूरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की बात हो या दवा उपलब्ध कराने की, पुलिस वाले ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश में एक बुजुर्ग की दवा लाने की एक फरियाद पर ही एक दिन बाद पुलिस ने उसकी दवा ला दी। उत्तर  प्रदेश के चित्रकूट जिले के बीमार एक बुजुर्ग की दवा लेने के लिए एक पुलिसकर्मी को रविवार को प्रयागराज भेजा गया।

मामला चित्रकूट जिले के पहाड़ी थाना के ओरा गांव से जुड़ा है। यहां के 70 साल के बुजुर्ग भूपत गर्ग लिवर की बीमारी और हैपेटाइटिस बी से पीड़ित हैं। लॉकडाउन में उनकी दवा खत्म हो गई और दवा चित्रकूट व बांदा में नहीं मिल रहा था, लिहाजा उमादत्त पांडेय नामक व्यक्ति ने शनिवार शाम अपने ट्विटर हैंडल से डीआईजी बांदा दीपक कुमार को टैग कर बुजुर्ग को दवा उपलब्ध कराने की फरियाद की, जिसपर डीआईजी ने दवा उपलब्ध कराने का भरोसा दिया।

उमादत्त पांडेय ने बीमारी, दवा का नाम और मोबाइल नंबर सब ट्वीट में लिखा, जिसके बाद डीआईजी दीपक कुमार ने कहा कि कल यद दवा आपके पास पहुंच जाएगी।

रविवार को बीमार बुजुर्ग भूपत गर्ग ने फोन पर बताया कि डीआईजी के आदेश पर आज सुबह एक सिपाही उसके घर आया था और पास बनवाकर एक परिजन को अपने साथ दवा खरीदने के लिए प्रयागराज ले गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अब उसे दवा मिल जाएगी।

Check Also

‘डॉ रामकुमार वर्मा: साहित्य का त्रिविधायी व्यक्तित्व’ विषय पर व्याख्यान

डॉ रामकुमार वर्मा ट्रस्ट एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आज ...