रैप म्यूजिक से देशभर मेें धूम मचाने वाले मशहूर रैपर और गायक हनी सिंह 37 साल के हो गए हैं। हनी सिंह का जन्म 15 मार्च 1983 को पंजाब के होशियारपुर में हुआ था। बहुत ही कम लोगों को पता है कि हनी सिंह का असली नाम हिरदेश सिंह है। उनके जन्मदिन के मौके पर चलिए आपको बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।
हनी सिंह का परिवार बाद में पंजाब से दिल्ली शिफ्ट हो गया था। उन्होंने रैप यहीं से शुरू किया। हनी ने यूके के ट्रिनीटी स्कूल से संगीत की पढ़ाई की थी। जब लोगों ने हनी सिंह का रैप सुना तो उनके लाखों फैंस बन गए। हनी सिंह ने दिलजीत दोसांझ के साथ गाना ‘लक 28 कुड़ी दा’ गाया था। ये गाना भी सुपरहिट रहा था।
हनी अपने हर गाने में ‘यो यो हनी सिंह’ जरूर बोलते हैं। फैंस उनको इसी नाम से पुकारने लगे। जब वह स्टेज पर परफॉर्म करने लगे तो उन्होंने अपना नाम ‘यो यो हनी सिंह’ रख लिया। वो ज्यादातर गानों में पंजाबी भाषा का ही इस्तेमाल करते हैं। अपने गानों की बदौलत उन्होंने बॉलीवुड में भी जगह बनाई।
हनी सिंह ने कई एल्बम और फिल्मों में अपनी आवाज दी। उनके सभी गाने हिट होने लगे। देखते ही देखते हनी सिंह युवाओं के पसंदीदा बन गए। हनी सिंह ने ‘लुंगी डांस’, ‘चार बोतल वोडका’ और ‘ब्लू आइज’ जैसे लोकप्रिय गाने दिए हैं लेकिन अचानक ही वह इंडस्ट्री से गायब हो गए। ऐसी खबरें आईं कि शोहरत की ऊंचाईयों तक पहुंचने की वजह से वो नशे की लत के आदी हो गए। हालांकि बाद में हनी सिंह ने इन खबरों का खंडन किया था।
हनी सिंह ने बताया था कि वो बायपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहे थे। इस वजह से उन्होंने लिखना और गाना छोड़ दिया था। शराब का आदी होने की वजह से उनकी यह बीमारी और बढ़ गई थी। करीब 18 महीने तक वो इन सबसे जूझते रहे। बता दें कि, यह एक तरह की दिमागी बीमारी है जो डिप्रेशन की ही तरह होती है। इसमें इंसान या तो ज्यादा खुश महसूस करता है या फिर बहुत ज्यादा दुखी हो जाता है।
हनी सिंह की जिंदगी में एक समय ऐसा आया जब वो अचानक बॉलीवुड से गायब हो गए। जब वो ठीक होकर वापस आए तो उनके लुक्स में काफी बदलाव देखा गया। वापसी के बाद हनी सिंह ने ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ में अपनी आवाज दी।