नई दिल्ली : ताजा अध्ययन से पता चला है कि, अगर एड़ियों की ऊंचाई पांच इंच से ज्यादा है तो इसकी वजह से महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानी आ सकती है। विशेषज्ञों का मानना हैं कि ‘एड़ियां जितनी पतली होंगी, उतनी समस्या अधिक होगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसके कारण पेल्विस आगे की ओर झुक जाता है, जो कमरदर्द का प्रमुख कारण बनता है। पेल्विक गुहा में कई अंग होते हैं और जब एक बार यह झुक जाता है तो पेट के अंदर के सभी अंग और संरचनाएं पेल्विस के अगले भाग से टकराती हैं, जिससे गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है।
इसके कारण गैस्ट्रिक की कार्यप्रणाली धीमी पड़ जाती है, मासिक चक्र संबंधी गड़बड़ियां हो जाती हैं और अंततः बांझपन की समस्या भी हो सकती है। यहां तक कि अगर आप लंबे समय तक मध्यम ऊंचाई की हील पहनेंगे, तो उससे भी टखनों, पैरों, कमर, कंधों में दर्द, सिरदर्द और बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। छोटी बच्चियां जैसे ही किशोरावस्था में प्रवेश करती हैं, उनके शरीर में शारीरिक और मनोवैज्ञानिक बदलाव आने लगते हैं, लेकिन पैरों की हड्डियां, पेल्विस और स्पाइन इतनी विकसित नहीं होती और ऊंची एड़ियों (बाहरी दबाव) के प्रभाव में आसानी से मुड़कर विकृति पैदा कर सकती हैं। स्पेसलिस्ट की माने तो किशोरियों को कभी भी ऊंची एड़ियों वाले फुटवेअर्स नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि इससे उन्हें अधिक खतरा होता है।
छोटी उम्र की लड़कियों का शरीर पूरी तरह विकसित नहीं होता है, ऐसे में अगर वे हाई हील्स पहनना शुरू कर दें तो उनका झुका हुआ पॉश्चर गर्भाशय को उसकी नियत स्थिति से हटा देता है, जिसके कारण मासिक चक्र, संभोग और दूसरे प्रजनन तंत्र से संबंधित कार्यों के दौरान दर्द होता है। एक्सपर्ट्स की मानें, तो जो लड़कियां ऊंची एड़ियों के फुटवेअर्स पहनती हैं, उन्हें अन्य कई समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। शादी के बाद उन्हें बच्चे को जन्म देने में परेशानी हो सकती है, दर्द भी अधिक होता है और मातृत्व संबंधी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। यहां बता दें कि सिलेब्रिटीज को देखकर हाई हील्स का ट्रेंड अब सोसायटी में भी जोर पकड़ चुका है। हालांकि, यह देखने में बहुत ही आकर्षक लगते हैं, लेकिन इन्हें पहनने से कमर दर्द, पैरों और टखनों में समस्या होती है। मगर ज्यादातर लोगों को यह नहीं पता कि ऊंची एड़ियों के फुटवेअर पहनने से पेट पर भी प्रभाव पड़ता है।