हिन्दू धर्म में होली का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। और इस बार होली के दिन खास तरिके से की गयी पूजा खाली हाथ भी जाएगी।शास्त्रों की मान्यता है कि जिन घरों में होली के दिन विशेष रूप से पूजा की जाती है, वहां देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है और जीवन में परेशानियां नहीं आती हैं। पूजा के संबंध में कई नियम भी बताए गए हैं, जिनका पालन करने पर भगवान जल्दी प्रसन्न हो सकते हैं और हमारी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पूजा करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए…
चावल – पूजन में चावल विशेष रूप से अर्पित किए जाते हैं। पूजन के लिए ऐसे चावल का उपयोग करना चाहिए जो खंडित या टूटे हुए ना हो। चावल चढ़ाने से पहले इन्हें हल्दी से पीला कर लेना चाहिए। पानी में हल्दी घोलकर उसमें चावल को डूबो कर पीला किया जा सकता है।
पान का पत्ता– पूजन में पान का पत्ता भी अर्पित किया जाता है। ध्यान रखें कि केवल पान का पत्ता अर्पित ना करें, इसके साथ इलाइची, लौंग, गुलकंद आदि भी चढ़ाना चाहिए। पूरा बना हुआ पान अर्पित करेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा।
घी का दीपक – देवी-देवताओं के सामने घी और तेल, दोनों तरह के ही दीपक जलाना चाहिए। यदि आप प्रतिदिन घी का दीपक घर में जलाएंगे तो घर के कई वास्तु दोष दूर हो जाएंगे।
आसन – पूजन में हम जिस आसन पर बैठते हैं, उसे पैरों से इधर-उधर खिसकाना नहीं चाहिए। आसन को हाथों से ही खिसकाना चाहिए।
कुमकुम, चंदन – किसी भी भगवान के पूजन में उनका आवाहन करना, ध्यान करना, आसन देना, स्नान करवाना, धूप-दीप जलाना, चावल, कुमकुम, चंदन, पुष्प, प्रसाद चढ़ाना आदि अनिवार्य रूप से करना चाहिए।