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अजीत हत्याकांड: पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर 25 हजार का ईनाम घोषित

अजीत हत्याकांड- पूर्व सांसद पर 25 हजार का ईनाम घोषित
धनंजय सिंह की मुश्किलें बढ़ी
आजमगढ़ और जौनपुर सहित कई जिलों में पुलिस ने डाला डेरा

ए अहमद सौदागर
लखनऊ।

राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड स्थित कठौता चौराहे के पास बीती छह जनवरी 2021 को जनपद मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना निवासी पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड के मामले में आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह को पकड़ने के लिए पुलिस अफसर और उनके मातहत कई तरह का हथकंडा अपनाया, लेकिन वे हाथ नहीं लग सके।

पूर्व सांसद धनंजय सिंह को दबोचने के लिए गुरुवार को डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड के मामले में जनपद जौनपुर निवासी पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर साजिश रचने का आरोपी पाया गया है।


अदालत की सख्ती और डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन द्वारा गिरफ्तारी के लिए ईनाम घोषित होने पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह की मुसीबत और बढ़ गई है।
वहीं जानकारों की मानें तो धनंजय पर ईनाम घोषित होते ही पुलिस की सक्रियता और तेज़ हो गई और पकड़ने के लिए लखनऊ के अलावा जौनपुर, आजमगढ़, वाराणसी, गाजीपुर, गोरखपुर सहित कई जिलों में जाल बिछा दिया है।
सनद रहे कि बीती छह जनवरी 2021 की शाम राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड क्षेत्र स्थित कठौता चौराहे के पास असलहों से लैस बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर जनपद मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना निवासी पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या कर दी थी।
इस मामले में साथ में रहे मोहर सिंह ने वाराणसी निवासी गिरधारी शर्मा उर्फ डॉक्टर सहित कई लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
लखनऊ पुलिस से बचने के लिए गिरधारी दिल्ली की अदालत में सरेंडर कर दिया था।
विभूतिखंड पुलिस ने अदालत में रिमांड पर लेने के लिए अर्जी डाली। अदालत से रिमांड की इजाजत मिलते ही पुलिस उसे लखनऊ लेकर आई और घटना में इस्तेमाल आला कत्ल को बरामद करने के लिए ले जा रही थी कि गोमतीनगर विस्तार स्थित खरगापुर रेलवे क्रासिंग पर पहुंचते ही गिरधारी पुलिस अभिरक्षा से भागने के लिए पुलिस वाहन से कूद पड़ा और पुलिस के असलहे पुलिस दल पर फायरिंग झोंकना शुरू कर दिया। जवाबी फायरिंग में गिरधारी मारा गया।
बताया गया कि मौत होने के पहले गिरधारी ने जौनपुर निवासी पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम लेकर बताया कि अजीत सिंह की हत्या कराने में धनंजय सिंह की अहम भूमिका रही।
पुख्ता सबूत मिलने के बाद पुलिस ने धनंजय के खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल किया।
इसके बाद से ही वह फरार चल रहे हैं। पुलिस ने धनंजय सिंह को दबोचने के लिए पुलिस ने आजमगढ़ और जौनपुर सहित कई जिलों में डेरा डालने के साथ-साथ दबिश दी लेकिन वे हाथ नहीं लग सके।

पुलिस की पकड़ से दूर रहने वाले पूर्व सांसद धनंजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने धनंजय सिंह पर 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है।

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