वाराणसी(Uttar Pradesh ). देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लोग दहशत में हैं। कोरोना वायरस के प्रति लोगों फैलाई तरह-तरह की आशंकाओं का फायदा कुछ लोग उठाने से नहीं चूक रहे हैं। कहीं फर्जी दवाएं बिक रही हैं तो कहीं नकली मास्क। जैसे -तैसे कुछ लोग इसे अपनी जेब भरने का जरिया बनाने से नहीं चूक रहे हैं। वाराणसी में पुलिस ने एक फर्जी बाबा को गिरफ्तार किया है जो 500 रूपए की फीस लेकर मन्त्रों से कोरोना वायरस के इलाज का दावा कर रहा था। उसने अपने प्रचार का एक पोस्टर छपवाया था जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
मामला वाराणसी के सत्यम नगर कॉलोनी का है। यहां रहने वाले संजय तिवारी नाम का व्यक्ति खुद को ज्योतिषाचार्य बताता है। गुरूवार की सुबह उसका एक पोस्टर कई स्थानों पर मिला जिसमे यह दावा किया गया है कि वह मंत्रों के जरिए कोरोना वायरस का इलाज कर सकता है। यही नहीं उसका दावा है कि यदि किसी को कोरोना वायरस नहीं भी हुआ है तो उसे इन मंत्रों से यह बीमारी नहीं होगी। अपने इस फर्जीवाड़े से लोगों को शिकार बनाने के लिए उसने इस दावे वाले पोस्टर छपवाए और वाराणसी के कई इलाकों में वितरित करवाया। .
नशा मुक्ति केंद्र के नाम से फैला है फर्जीवाड़े का संजाल
फर्जी बाबा वैदिक साधना केंद्र व नशा मुक्ति केंद्र के नाम से बाकायदा आश्रम बना रखा है। वह मंत्रों से इलाज का दावा करता है। कोरोना वायरस को भी उसने कमाई का जरिया समझा और कमाई के लिए पोस्टर छपवा डाला। यही नहीं कई लोग उसके इस झांसे में पहुंच कर उसके केंद्र पर पहुंच भी गए और वहां 500 रूपए की फीस दी।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
फर्जी बाबा को जब पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची तब भी वह पुलिस के सामने मंत्रों से कोरोना का इलाज करने व इसे दूर भगाने के दावे करता रहा। लेकिन पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया। SSP वाराणसी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि फर्जी बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसका दावा पूरी तरीके से निराधार है। कोरोना वायरस से डरे हुए लोगों से यह ठगी कर रहा था। सूचना मिलने पर इसे गिरफ्तार किया गया। मुकदमा दर्ज कर इसे जेल भेजा जाएगा।