Home / Slider / संघटक महाविद्यालय में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया

संघटक महाविद्यालय में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया

आक्टा और आटा ने इंक्रीमेंट समाप्त किए जाने के विरोध में यूजीसी को ज्ञापन दिया

संघटक महाविद्यालय में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया

प्रयागराज।

यूजीसी द्वारा पीएच.डी. और एम.फिल. इंक्रीमेंट के समाप्त किए जाने के विरोध में नई दिल्ली में विश्व विद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) कार्यालय के सामने दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) की ओर से विशाल धरना और प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जिसमें ऑक्टा अध्यक्ष प्रो उमेश प्रताप सिंह, आटा अध्यक्ष प्रो ए आर सिद्दीकी और ऑक्टा कोषाध्यक्ष डॉ हरिश्चंद्र यादव ने भाग लिया।

आक्टा और आटा अध्यक्ष ने डूटा अध्यक्ष प्रो ए के भागी को यूजीसी और शिक्षा मंत्रालय के शिक्षक विरोधी कदमों का पुरजोर विरोध करने के लिए अपना समर्थन पत्र सौंपा।

सभा के बाद डूटा के पदाधिकारीयों के साथ आक्टा और आटा अध्यक्ष ने यूजीसी के अधिकारियों को अपना ज्ञापन सौंपा।

यूजीसी के अधिकारियों ने बातचीत में आश्ववासन दिया कि इस मुद्दे पर बनाई गई कमेटी की जल्द ही बैठक करेंगे और एक तार्किक रिपोर्ट तैयार करके उसे शिक्षा मंत्रालय भेजेंगे , जिससे यह मुद्दा शीघ्र सुलझ जाए।

इस अवसर पर हुई सभा में बोलते हुए डूटा के अध्यक्ष प्रोफेसर ए.के.भागी ने कहा कि जिस लाभ को यूजीसी 1986 से दे रहा है उसे अचानक समाप्त कर दिया जाना अतार्किक और अन्यायपूर्ण है, इस प्रकार के कदमों से यूजीसी की प्रासंगिकता लगातार कम होती जा रही है। प्रो भागी ने कहा कि यूजीसी का नया प्रस्तावित रेगुलेशन भी शिक्षकों के अधिकारों और लाभों में कटौती करने वाला है जिसका शिक्षक प्रबल विरोध करेंगे।

आक्टा अध्यक्ष प्रोफेसर उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि यूजीसी के अपने ही रेगुलेशन के विरोध में पत्र निकालना विरोधाभासी और हास्यास्पद है, इससे पूरे देश के कई हजार शिक्षक प्रभावित होंगे। इस संदर्भ में किसी निर्णायक लड़ाई के लिए देश के सभी शिक्षकों को एकजुट होना होगा। आटा के अध्यक्ष प्रोफेसर ए आर सिद्दीकी ने कहा शोध करने में अधिक समय लगने के कारण ही शिक्षकों की नौकरी पाने की औसत आयु अधिक होती है जिसके कारण पीएचडी और एमफिल का इंक्रीमेंट दिए जाने का प्रावधान किया गया। शिक्षकों के हितों के लिए किसी भी प्रकार के लड़ाई में आटा के डूटा के साथ है।

यूजीसी द्वारा पीएच.डी. और एम.फिल. इंक्रीमेंट के समाप्त किए जाने के विरोध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सभी 11 संघटक महाविद्यालयों के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया और काली पट्टी बंधे फोटोग्राफ्स सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।

Check Also

होली: “पेंट और अन्य रसायनों से दूर रहें”

*होली त्योहार क्यों मनाया जाता है? वैज्ञानिक महत्व प्रो. भरत राज सिंह महानिदेशक, स्कूल ऑफ ...