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82 वर्षों के बाद यूपी पुलिस को मिला अपना मुख्यालय

वर्ष 1937 में ही जनपद प्रयागराज से लखनऊ स्थानान्तरित किया गया था, जो कालान्तर में पुलिस महानिदेशक मुख्यालय के रूप में कार्य कर रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने आज नये डीजीपी मुख्यालय का उद्घाटन किया। यह भव्य इमारत पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह की देख-रेख में बनवायी गयी है।

लखनऊ

उत्तर प्रदेश का पुलिस मुख्यालय वर्ष 1937 में ही जनपद प्रयागराज से लखनऊ स्थानान्तरित किया गया था, जो कालान्तर में पुलिस महानिदेशक मुख्यालय के रूप में कार्य कर रहा था। उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की शाम सिग्नेचर बिल्डिंग स्थित नये पुलिस मुख्यालय का उद्घाटन कर दिया।

डीजीपी ओपी सिंह सहित तमाम अधिकारी और पुलिसकर्मी परिवार सहित उद्धघाटन समारोह में मौजूद रहे। इस अवसर पर ओपी सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा टावर-3 भूतल पर स्थित सभागार में मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि आज का दिन वास्तव में ऐतिहासिक है, क्योकि अब उ0प्र0 पुलिस को अपना मुख्यालय प्राप्त हुआ है। वर्ष 1937 में ही जनपद प्रयागराज से लखनऊ स्थानान्तरित किया गया था, जो कालान्तर में पुलिस महानिदेशक मुख्यालय के रूप में कार्य कर रहा था।

एशिया के सबसे शानदार भवन में सुमार है ये सिग्नेचर बिल्डिंग स्थित हाईटेक पुलिस मुख्यालय। सुरक्षा के लिहाज से पूरी बिल्डिंग cctv से लैस।

पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि जब वह सरकारी सेवा में आये थे, तो बहुत ही कम संसाधनों में पुलिसिंग की जाती थी। अभी कुछ माह पहले तक पुलिस मुख्यालय के सभी अधिकारी/कर्मचारी बहुत ही सीमित जगह में कार्य कर रहे थे। नियंत्रण कक्ष भी काफी छोटा था एवं सोशल मीडिया की मानीटरिंग करने के लिए जगह की कमी थी परन्तु पिछले 2 वर्षो में सरकार द्वारा त्वरित गति से धनराशि प्रदान की गयी, जिससे यह पुलिस मुख्यालय इतना शीघ्र बनकर तैयार हो गया। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार ज्ञापन करते हुए कहा कि जब-जब पुलिस ने मुख्य मंत्री से किसी संसाधन की अपेक्षा की एवं उसका औचित्य बताया तो आपके द्वारा संघर्ष उसे स्वीकार किया गया।

पुलिस मुख्यालय भवन को कुल 9 मंजिल के साथ 4 टावरों में विभाजित किया गया है, जिसमें मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय प्रयागराज, ई0आ0ेडब्लू0, एन्टीकरप्शन, फायर सर्विस, तकनीकी सेवायें, विशेष जांच, यातायात निदेशालय, प्रशिक्षण निदेशालय, लाॅजिस्टिक, एस0आई0टी0, राजकीय रेलवे पुलिस के मुख्यालय स्थापित किये गये हैं, जो वर्तमान में कार्यरत हैं। एक ही स्थान पर पुलिस कीे विभिन्न शाखाओं को एक साथ लाने से पुलिस की सभी इकाईयों को आपस में सूचनाओं के आदान-प्रदान में तेजी आयी है।

मुख्यमंत्री ने मुख्यालय में लोक शिकायत शाखा, जिसमें जनता के व्यक्तियों की समस्याओं को सुनकर उनका समय से निराकरण कराया जाता है, का भ्रमण किया। वहां मौजूद शिकायतकर्ताओं से भी मुख्यमंत्री ने वार्ता की। तद्पश्चात टावर-1 फ्लोर प्रथम में स्थित प्रशिक्षण निदेशालय में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा प्रशिक्षण निदेशालय व 31 केन्द्रो पर स्थापित वर्चुअल क्लास रूम तथा जनपदों के प्रशिक्षण के नये-नये आयामों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी एवं प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया गया, जिसमें प्रशिक्षण क्षमता में वृद्वि एवं लर्निग मैनेजमेन्ट सिस्टम (स्डै) व डिजिटल कन्टेन्ट के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गयी। इसमें प्रदेश के 31 केन्द्रों में स्थापित वर्चुअल क्लास रूम के माध्यम से तथा फेस बुक लाइव के माध्यम से शेष सभी प्रशिक्षण केन्द्र जुड़े रहें।

प्रशिक्षण निदेशालय के भ्रमण के पश्चात टावर-2 फ्लोर-सप्तम तल पर स्थित नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण एवं भ्रमण किया गया तथा सी-प्लान एप का डिजिटल लोकार्पण किया गया, जिसका उद्देश्य कम्यूनिटी पुलिसिंग, आमजन से सीधा संवाद, बेहतर कानून-व्यवस्था, पुलिस से जुड़ी समस्याओं का शीघ्र निस्तारण, पुलिस के कार्यो में जनता की महत्तम भागीदारी है। सी-प्लान का लाभ किसी भी घटना की तथ्यात्मकता का तत्काल परीक्षण, वास्तविक परिस्थिति के अनुरूप पुलिस रिस्पांस, ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी वार्डो तथा कस्बों के सम्भ्रान्त व्यक्त्यिों से सीधा सम्पर्क, आमजन का पुलिस से जुड़ने पर सुरक्षा का भाव, जनहित एवं जनसुरक्षा संदेशों का व्यापक प्रेषण किया जा सकता है। अब तक 01 लाख 06 हजार से अधिक गांव एवं कस्बों के 11 लाख से अधिक सम्भ्रान्त सदस्यों के मोबाइल नम्बरों की फिड़िग की गयी है। लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 में इसका सफल परीक्षण किया गया। 31 हजार 520 सदस्यों को बच्चा चोरी की अफवाहों के विषय में जागरूक करने हेतु एसएमएस प्रेषित किया गया। यू0पी0 100 से एकीकरण व सदस्यता का निरन्तर परीक्षण एवं अध्यावधिक करना प्रस्तावित है।

उत्तर प्रदेश पुलिस का नया मुख्यालय लगभग 40 हजार वर्ग में बना है। नये पुलिस मुख्यालय को आधुनिक्तम बनाने की कोशिश की गयी है।

ये हैं ख़ास बातें नये मुख्यालय की:

जनसाधारण की समस्याओं के निस्तारण हेतु व्यापक प्रबन्ध हैं तथा जनसमस्याओं के निराकरण के लिए 24 घण्टे नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था है। नियंत्रण कक्ष का यू0पी0 100 से समन्वय स्थापित है, जिससे तत्काल राहत प्रदान की जा सके।

एक ही भवन विभिन्न इकाईयों का प्रतिस्थापन किया गया है, जिससे जनसामान्य की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जा सकेेगा।

सोशल मीडिया की व्यापक मानीटरिंग की व्यवस्था है। सात रिक्टर स्केल तक भूकम्प सहने की क्षमता वाला भवन है, जिसमें एडवांस फायर फाइटिंग सिस्टम लगाये गये हैं।

भवन में एक वातानुकुलित कैफेटेरिया जिसमें एक साथ पुलिस के अधिकारी/कर्मचारी ब्रेकफास्ट एवं डिनर कर सकते हैं। भवन में ही पुलिस कर्मियों की मूलभूत सुविधाओं के लिए बैंक, एम0आई0 रूम आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है।

भवन में एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यहां खर्च होने वाले पानी को त्मबलबसपदह कर स्ंदकेबंच जैसे कामों में इस्तेमाल की तकनीक का प्रयोग किया गया है और जगह-जगह पर ष्स्वू थ्सवू ज्ंइष् लगाये गये हैं ताकि पानी कम से कम बरबाद हो।

इस मुख्यालय में बने सभागार में वीडियो कान्फ्रेसिंग की भी सुविधा उपलब्ध है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा :-देश के सबसे बड़े संगठन सिविल पुलिस के पास 82 वर्षो से लखनऊ में अपना मुख्यालय नहीं था। आज का दिन सिविल पुलिस के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है, जिसे अपना अत्याधुनिक सुविधा से युक्त मुख्यालय प्राप्त हुआ है। शासन उन्हें सुविधा उपलब्ध करा सकता है। शासन की उन सुविधाओं से अनुरूप अपने व्यवसायिक क्षमता को बढ़ाते हुए अपने आप को साबित करना उ0प्र0 पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारियों का दायित्व है और मुझे विश्वास है कि वर्ष 2019 अनेक ऐसी घटनाओं का साक्षी है, जब उ0प्र0पुलिस ने देश दुनिया के सामने अपनी व्यवसायिक दक्षता के साथ-साथ अपनी कार्य क्षमता का भरपूर प्रदर्शन किया है। इस अवसर पर सबसे पहले उ0प्र0पुलिस के अधिकारियों/कर्मचारियों को बधाई देता है। प्रदेश में कानून का राज्य हो और सुशासन आम नागरिक महसूस कर सके। इस दृष्टि से उ0प्र0पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मुझे ढाई वर्ष के दौरान पुलिस बल के साथ जुड़ने, उनकी कार्य पद्वति को बहुत नजदीक से देखने का अवसर प्राप्त हुआ। जब प्रदेश पुलिस को अवसर प्राप्त हुआ है, उसने कुशलतापूर्वक उन कार्यक्रमों को उसी ऊर्जा एवं प्रतिभा के साथ प्रस्तुत किया है। आम जनता में बेहतर माहौल बनाने की दिशा में उ0प्र0पुलिस आगे बढ़ी है और एक सामायिकता का प्रयास है। यह एक टीम वर्क का परिणाम है, जो उ0प्र0 पुलिस के व्यापक अनुभूति को बदलने में एक बड़ी भूमिका का निर्माण उ0प्र0 पुलिस ने करीब 02 से सवा 02 वर्षो के दौरान अपनी कार्यक्षमता के माध्यम से साबित किया है। सुरक्षा की गारन्टी से ही उत्तर प्रदेश में निवेश बढ़ा है।
अंत में पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापन देते हुए स्मृति चिन्ह भेट किया।

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