सरकार में अनदेखी से नाराज विधायकों में सुलग रहा असंतोष
राकेश राठौर ने घंटी बजाने और दिए जलाने पर उठाए सवाल
सदन में नंदकिशोर गुर्जर ने सरकार को खड़ा किया था कटघरे में
बृजभूषण राजपूत के जिले के अधिकारियों को बताया अनाड़ी
विधायक सुरेश्वर सिंह ने मुस्लिम सब्जी विक्रेता को धमकाया
सदन में नंदकिशोर गुर्जर ने सरकार को खड़ा किया था कटघरे में
बृजभूषण राजपूत के जिले के अधिकारियों को बताया अनाड़ी
विधायक सुरेश्वर सिंह ने मुस्लिम सब्जी विक्रेता को धमकाया

योगेश श्रीवास्तव
लखनऊ।
सबसे ज्यादा अनुशासित और मर्यादित होने का दावा करने वाली सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के विधायकों में पनप रहा असंतोष अब सदन के बाद सड़कों पर आता दिख रहा है। सरकार और संगठन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए ये विधायक अपने अंजाम से बेपरवाह होकर केन्द्रीय नेतृत्व के भी निर्णयों पर सवाल खड़ा करने से नहीं चूक रहे हैं।
सरकार और संगठन के प्रति विधायकों का इतना मुखर होना कहीं न कहीं से विपक्ष के उन आरोपों को बल दे रहा है कि भाजपा में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। विधायकों की पीड़ा यह है कि सरकार में बैठे मंत्री उनकी सुन नहीं रहे और जिलों में बैठे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी उनकी अनदेखी कर रहे हैं। ऐसे में जनता के बीच उनकी स्थिति बड़ी असहज है। सरकार और संगठन के उपेक्षापूर्ण रवैये के चलते भाजपा के विधायक कार्यकर्ताओं से लेकर सार्वजनिक मंचों तक पर अपने नेतृत्व के बारे में कुछ भी कहने से परहेज नहीं कर रहे हैं। हालांकि इस तरह की हिमाकत करने वाले इन विधायकों को संगठन की ओर से नोटिस भी दिया गया है।

विधानसभा के बजट संत्र के दौरान भाजपा के गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने ही सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि जिलों में अधिकारी उनकी सुन नहीं रहे। सत्तारूढ़ दल के विधायक के इस तरह के आरोपों से सदन के भीतर सरकार की स्थिति असहज हो गयी थी और विपक्ष को सरकार पर हावी होने का मौका मिला गया। भाजपा के विधायक नंदकिशोर गुर्जर की बात न सुने जाने पर विपक्ष के विधायक उनके साथ आ गए और सदन में धरना देकर बैठ गए थे। यह पहला मौका था कि भाजपा की सरकार रहते हुए किसी विधायक ने अपने अंजाम से बेपरवाह होकर पूरी सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया था। बाद में सरकार और संगठन की ओर से बड़ी लीपापोती करते हुए उक्त विधायक की मांगों को पूरा किए जाने के बाद उसकों शांत कराया गया।

पिछले दिनों महोबा के चरखारी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक बृजभूषण राजपूत अपने जिलें के जिलाधिकारी और एसपी को अनाड़ी बताते हुए उन्हे लाँकडाउन से उत्पन्न स्थिति पर नियंत्रण न करपाने में उन्हे पूरी तरह विफल बताते हुए गेंहूं खरीद केन्द्रों के अधिकारियों को जूते से सबक सिखाने की बात कही थी। इस आशय का उनका वीडियों भी वायरल हुआ था। बताते दे बृजभूषण राजपूत पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत के पुत्र है। इस वीडियों के साथ ही उनका एक और वीडियों भी चर्चा में आया जिसमें उन्होंने अपने गोमतीनगर स्थित आवास पर एक सब्जी विक्रेता को
धमकाते हुए उससे क्षेत्र के आसपास न दिखने की हिदायत दी थी।

भाजपा के एक अन्य विधायक सुरेश्वर सिंह ने भी अधिकारियों के रवैये को लेकर खासी नाराजगी जाहिर की थी। बहराइच के महसी से विधायक सुरेश्वर सिंह का भी एक वायरत वीडियों सुर्खियों मे रहा जिसमें वे लोगों से कह रहे हैं कि कोरोना बीमारी अफसरों की कमाई का जरिया बन गई है। चौकी इंचार्ज खुलेआम वसूली कर रहा है। इसी के साथ उनका एक अन्य वीडियों चर्चा में आया जिसमें वे मुस्लिम सब्जी विक्रेता को फटकार लगा रहे है।

भाजपा के अन्य विधायक सुरेश तिवारी के विवादित बयान पर उन्हे भाजपा नेतृत्व की ओर से नोटिस जारी किया है। इससे पहले सोशल मीडिया के जरिए अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा था कि जिलों में अधिकारी सुन नहीं रहे।

इसी तरह सीतापुर सदर के विधायक राकेश राठौर का एक आडियो सामने आया है जिसमें कोरोना को लेकर थाली और घंटिया बजाने के निर्णय की खिल्ली उड़ाते हुए अपने लखनऊ से दिल्ली तक बैठे नेताओं के बारे में अमर्यादित टिप्पणी कर रहे है। हालांकि इस आचरण को लेकर उनके खिलाफ पार्टी की ओर से नोटिस जारी किया गया है।