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चिन्मयानंद ब्लैकमेलिंग केस में छात्रा गिरफ्तार

पीड़ित छात्रा पर चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने का आरोप है। इससे पहले पीड़ित छात्रा की शिकायत पर स्वामी चिन्मयानंद को जेल भेज दिया गया था। एसआईटी ने शाहजहांपुर में लड़की को उसके ही घर से आज सुबह गिरफ्तार किया गया। इस मामले में छात्रा के तीन दोस्त भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

विधि विशेषज्ञ जे.पी.सिंह की कलम से 

पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली पीड़ित छात्रा को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पीड़ित छात्रा पर चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने का आरोप है। इससे पहले पीड़ित छात्रा की शिकायत पर स्वामी चिन्मयानंद को जेल भेज दिया गया था। एसआईटी ने शाहजहांपुर में लड़की को उसके ही घर से आज सुबह गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में छात्रा के तीन दोस्त भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

इस मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) प्रमुख नवीन अरोड़ा का कहना है कि उनके पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि छात्रा ने पांच करोड़ की रंगदारी मांगी थी।एसआईटी चीफ ने बताया कि साक्ष्य एकत्र किए गए और दस्तावेजी बयान लिये गए। कुछ ऐसे साक्ष्य थे, जो फॉरेंसिक लैब भेजे गये, मसलन पेन ड्राइव एवं मोबाइल फोन। नवीन अरोड़ा ने बताया कि 24 सितंबर, मंगलवार की रात को एफएसएल से रिपोर्ट मिली. मंगलवार रात को भी छात्रा से पूछताछ की गयी थी। सुबह हम साक्ष्यों के साथ उसके आवास पर गए।एसआईटी प्रमुख ने बताया कि हमने लड़की से गहन पूछताछ की। सारे वीडियो दिखाये, आवाज सुनाई।उन्होंने बताया कि इस बात का स्पष्ट साक्ष्य है कि 5 करोड़ रूपये की मांग की गयी थी।गिरफ्तार अन्य आरोपियों ने बताया कि लड़की के कहने पर ही उन्होंने चिन्मयानंद को व्हाटस एप मैसेज किया था।

नवीन अरोड़ा ने बताया कि एसआईटी ने सारे डिजिटल साक्ष्य लिये और उनके आधार पर लड़की से पूछताछ की। सबकी लोकेशन चेक करायी गई। उन्होंने बताया कि जब पर्याप्त साक्ष्य हो गये तो तय हुआ कि लड़की को अब गिरफ्तार किया जा सकता है।अरोड़ा ने बताया कि कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया गया और लड़की को अदालत में पेश किया।इससे पहले उसकी चिकित्सकीय जांच करायी गयी। उन्होंने बताया कि अदालत ने लड़की को 7 अक्तूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

ज्ञात हो कि छात्रा की ओर से गिरफ्तारी पर रोक को लेकर सोमवार को हाईकोर्ट में अर्जी दी गई थी, लेकिन हाईकोर्ट ने सुनवाई करने से इनकार करते हुए उचित अदालत में अपील करने को कहा था. सोमवार देर रात छात्रा पिता के साथ प्रयागराज से वापस घर पहुंची. उधर, सिख समाज सेवा समिति के संयोजक गुरप्रकाश सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने चिन्मयानंद मामले की जांच एसआईटी के अलावा किसी उच्चस्तरीय जांच एजेंसी से भी कराने की मांग की है.

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