दास्तान ए सचिवालय : 3 —————————- हरिकांत त्रिपाठी, आईएएस वर्ष 2009 का जुलाई महीना चल रहा था । मुझे ग़ाज़ियाबाद के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर काम करते लगभग डेढ़ साल हो गया था । मेरी तैनाती ख़ासतौर पर मुख्यमंत्री मायावती जी की निर्विवाद और ईमानदार अधिकारी की माँग ...
Read More »अंग्रेजियत: “भारत में टाई एक दासता परिचायक निशान रहा है, इसे हटाना ही होगा”: के विक्रम राव
वरिष्ठ पत्रकार के. विक्रम राव “अंग्रेजियत की निशानी टाई हमें हटानी ही होगी !!* के. विक्रम राव ”नैक—टाई” (मसखरी में कण्ठलगोट) का विरोध आज यूरोप में तेज होता जा रहा है। भारत में तो यह प्रतिरोध अत्यंत जोरदार रहा। आज ही के दिन (1 अगस्त 1920) महात्मा गांधी ने ब्रिटिश ...
Read More »गुजरात: “पी कर जियो या मरो…!”: आनंद मोहन भटनागर
पी कर जियो या मरो… ———————- आनंद मोहन भटनागर शराब किसी भी राज्य की अर्थव्यवस्था का प्रमुख स्तोत्र है ।हमारे प्रदेश की सरकार एक तरफ दारू की नीलामी लाखों करोड़ों मे करती है दूसरी तरफ राजधानी लखनऊ के हज़रत गंज इलाक़े मे ३किलोमीटर दूर अशोक मार्ग पर शराब को छुड़ाने के ...
Read More »स्मृति ईरानी पर आरोप? कितना पतन राजनीति का ?
कितना पतन राजनीति का ? राम कृपाल सिंह पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की अल्पवयस्क बेटी पर कांग्रेस ने जिस प्रकार आरोप लगाया- भले ही अदालत ने उसे बकवास बताकर रद्द कर दिया हो लेकिन आहत करने वाली बात यह है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कितने निम्न ...
Read More »“काफ़ी बदलाव की जरूरत है शिक्षा के क्षेत्र में ” : आनंद मोहन भटनागर
“काफ़ी बदलाव चाहिए शिक्षा क्षेत्र में “ ———————— आनंद मोहन भटनागर किसी ज़माने मे यूपी बोर्ड मे यदि ५५ फ़ीसद नम्बर आ जाते थे तो उसकी होनहार छात्रों मे गिनती होती थी। प्रथम श्रेणी मे तो पूरे स्कूल से मात्र ४-५ ही छात्र बमुश्किल निकल पाते थे । आज न तो ...
Read More »“हमारे जमाने में बोर्ड के रिजल्ट और फिर परसादी!! “: राहुल द्विवेदी
हमारे जमाने के रिजल्ट: राहुल द्विवेदी ___________________ इधर एक दिन से दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट को लेकर कई पोस्ट दिखे । सबने यादों का पिटारा खोल दिया । फिर मैं क्यों पीछे रहूं ? शास्त्रों में भी तो कहा गया है “महाजना: येन गतां सपन्था”। हमारे जमाने में दो ...
Read More »Sudevi Gaur: “मेरी मां मातोश्री श्रीमती सुदेवी गौड़” आचार्य श्री अमिताभ जी महाराज
“मेरी मां मातोश्री श्रीमती सुदेवी गौड़” आचार्य श्री अमिताभ जी महाराज श्रीमती सुदेवी गौड़ M.A., साहित्य रत्न, साहित्यालंकार का जन्म 30 नवंबर 1930 को उत्तर प्रदेश के अत्यंत प्रसिद्ध तीर्थ वृंदावन के श्री राधा रमण मंदिर के अत्यंत प्रसिद्ध मध्व गौड़ीय संप्रदाय के संप्रदायाचार्य परिवार में हुआ l इस कारण से ...
Read More »सुदेवी गौड़ 4 : कहानी: “वज्राघात”: मेरे मन कुछ और है विधना के कुछ और…
“वज्राघात” (प्रकाशित 23/07/1957) लेखिका श्रीमती सुदेवी गौड़ एम. ए. साहित्य रत्न, साहित्यालंकार शुभ्र ज्योत्सनामयी रजनी, शीतल मंद पवन बह रही है l आज कई दिन बाद आकाश साफ हुआ है l श्रावण का महीना है l चारों और हरियाली छाई है l रात्रि के दस बज चुके हैं l ...
Read More »Harikant Tripathi: “आतंकियों जैसी अपनी ये छवि क्यों और कैसे बना ली है आपने?”: कबीरा खड़ा बाज़ार में: 22
हरिकांत त्रिपाठी IAS महाराजगंज ————— मिर्ज़ापुर में हरदेव सिंह साहब ( तब तक बाबा नहीं हुए थे ) ए डी एम थे । वे इतने कड़क थे कि मातहत अधिकारियों सहित कलेक्ट्रेट के बाबुओं को भी उनके चैम्बर में जाने के लिए साहस जुटाना पड़ता था । क़द अपेक्षया कुछ ...
Read More »दीनानाथ पी सी एस-3: “अब यदि बहाल हो जाऊँ तो ठीक से नौकरी करूँगा”
हरिकांत त्रिपाठी, IAS दीनानाथ PCS-3 कबीरा खड़ा बाज़ार में: 21 दीनानाथ से सम्पर्क नहीं हो पा रहा था और हम लोग चाहकर भी उनकी कोई मदद नहीं कर सकते थे । राम विशाल मिश्रा बाबा ने ऑफ़िसर्स हॉस्टल , गोरखपुर में उनके सपरिवार लिए के लिए सूट भी आबंटित करा ...
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