बरसाने में रंग बरसे
योगी ने कहा कि यहां के कण-कण में बिहारी जी और राधा जी का दर्शन होता है
डॉ दिलीप अग्निहोत्री
भारतीय चिंतन में उत्साहधर्मी पर्वों की परंपरा रही है। इनके साथ किसी न किसी रूप में देवों के नाम भी जुड़े हुए है। इनसे आध्यात्मिक चेतना का भी बोध होता है। दीपावली के साथ अयोध्या धाम और प्रभु श्री राम का नाम जुड़ा है। होली की कल्पना मात्र गोकुल और प्रभु श्री कृष्ण का स्मरण हो जाता है। अयोध्या की दीपावली और बरसाने की होली विश्व प्रसिद्ध है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इनको तीर्थाटन की दृष्टि से विश्व स्तरीय बनाने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद वह इस दिशा में आगे बढ़ रहे है। पिछली दीपावली को दीपों के प्रज्ज्वलन का विश्व रिकार्ड बना। देश विदेश से बड़ी संख्या में लोग इसमें सहभागी बने। इसी प्रकार ब्रज क्षेत्र में रंगोत्सव की धूम फागुन के साथ शुरू हो जाती है। योगी इसे भी विश्व के लिए आकर्षण का केंद्र बनाने की योजना पर कार्य कर रहे है। प्रतिवर्ष वह रंगोत्सव के प्रारम्भ में यहां पहुंचते है। इस बार भी उंन्होने मथुरा में रंगोत्सव का उद्घाटन किया।
योगी ने कहा कि यहां के कण कण में बिहारी जीऔर राधा जी का दर्शन होता है। इसीलिए पूरी दुनिया यहाँ आती है। मथुरा की सात्विकता,वैष्णो भाव, पवित्रता को देखकर दुनिया को भक्ति की शक्ति की अनुभूति होती है। वर्तमान सरकार यहां की परम्परा व संस्कृति की उन्नति के लिए कार्य कर रही है।
मथुरा,वृन्दावन, बरसाना,बलदेव,गोवर्धन, गोकुल को तीर्थ स्थल का दर्जा दिया गया है। इनके विकास हेतु ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है।
तीन वर्ष पहले अयोध्या में दीपोत्सव प्रारम्भ किया गया था। भक्ति में शक्ति होती है। इसी का परिणाम है कि अयोध्या में भव्य राम मन्दिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। योगी सरकार ने परम्पराओं से जुड़ने का कार्य किया है। काशी में देव दीपावली, प्रयागराज में कुम्भ शक्तिपीठों में शारदीय व बासंतीय नवरात्रि, गंगा यमुना की आरती का कार्यक्रम शुरु किया है। गंगा जी को निर्मल और अविरल बनाने का कार्य किया गया है। इसी तरह यमुना जी पूरी तरीके से निर्मल होंगी। सरकार ब्रज क्षेत्रवासियों को शुद्ध व मीठा पेयजल उपलब्ध करायेगी। इसके लिए कार्य योजना तैयार की गयी है। जल संचयन हेतु तालाबों का पुनरुद्वार किया जा रहा है। गोवर्धन जी के परिक्रमा क्षेत्र को विकसित करने के लिए एक सौ सत्रह करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गयी है। गोवंश को संरक्षित करने का कार्य वर्तमान सरकार ने किया है। दुग्ध की गुणवत्ता बेहतर बनाने के प्रयास किये जा रहे है। टीकाकरण के बाद इन गोवंशों को ईयरटैग किया जा रहा है। निराश्रित गोवंश को संरक्षण देने वालों को राज्य सरकार द्वारा नौ सौ रुपये प्रतिमाह प्रति गोवंश दिया जा रहा है। गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गौ आश्रय स्थल बनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बरसाना स्थित श्री माताजी गौशाला में श्री श्याम लक्ष्मी गऊ चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र का उद्घाटन किया।