*प्रीति हर्ष*(नागपुर)
*एक दीप देश के नाम*
*आओ मिलकर दीप जलाएं*
*उम्मीदों और सम्मान का*
*अकलुश अंतर्मन से*
*उन सब के लिए*
*जो साथ देश के*
*बिना ढाल जो खड़े हुए*
*समर की इस बेला में*
*जाति ,धर्म को भूलकर*
*साथ देश के बने रहे*
*उस दिन कि तुम बाट ना देखो*
*मृत्यु बाण जो बींध रहा*
*शायद तेरे अपने भी हों*
*क्रंदन और चित्कार ही हो*
*दूषित अपने कर्मकरण से*
*मोहपाश से दूर हटो*
*आकाश तिमिर शायद छंट जाए*
*आओ मिलकर दीप जलाएं*
*विजय पताका फहराने को*
*अपने संश्रय की देहरी पर*
आरती तिवारी सनत (दिल्ली)
“देवदूत”
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वैश्विक आपदा आई,
संकट के बादल घिर आए हैं,
किसी न किसी रूप में पहले भी,
विश्व में आपदाएं आती रहीं,
हमेशा की तरह देवदूतों ने इस बार भी,
अपनी जान की परवाह किए बिना,
मानव की जान बचाने दिन-रात,
डॉक्टर हो या नर्स लगे हुए हैं अपनी,
पूरी करने जिम्मेदारी त्याग तपस्या,
सब मानव की जान बचाने में,
अपने परिवार की चिंता ना कर,
मानवता ही परमो धर्म इनका,
पुलिस विभाग कर्तव्य निष्ठा के साथ, पालन कर रही अपना फर्ज,
सफाई कर्मी हर शहर हर गलियों में,
साफ सफाई सेनीटाइज कर रहे हैं,
स्कूल ,अस्पताल, रेल के डिब्बे,
हर यथासंभव स्थान,
हमारी फौज भी जीवन बचाने में लगी,
पूरे देश में लॉक डाउन किया है,
सभी तरह के यातायात को बंद किया ,
घरों के अंदर रहे, सुरक्षित रहें,
ऐसी विषम संकट की घड़ी में,
कई सामाजिक संस्थाएं गरीबों को,
भोजन के पैकेट भेज रहीं,
मुफ्त इलाज किए जा रहे ,
दवाइयां बांटी जा रही है,
मास्क बांटे जा रहे हैं,
सरकार हर एक नागरिक से,
संस्थानों से निवेदन किया है,
उनकी पगार ना रोकी जाए,
प्रधानमंत्री मोदी जी ने
सभी गरीबों को आर्थिक सहयोग दिए,
आज सभी मिलजुल कर भारत की एकता अखंडता को अक्षुण्ण बनाए हैं,
सारे विश्व को संदेश देते ,
यहां की संस्कृति, सभ्यता, खानपान, रहन-सहन की जीवन शैली,अध्यात्म,
संयम ,धैर्य ,विश्वास ही ताकत है,
वैश्विक संकट में यह सब देवदूत ही जो मानव रूप धरे हुए सेवा में एकजुट हुए है,
हे देवदूत! तुम सबको मेरा नमन।।
अमित शुक्ला ‘अजस्र’ (दुर्ग)
“उम्मीद का एक दीप जलाएं “
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फैली है विश्व में महामारी
संकट है मानव पर भारी
छोटा सा एक विषाणु
ना दिखे ना समझे कोई
मानव का दुश्मन बन बैठा
कोविड-19, नाम करोना
संक्रमण करता मानव को जीवन से दूर…..
हाहाकार मचाया जग में
लाखों जीवन निगल गया है
विश्व के अन्य देशों में फैला
भारत में सुरसा से मुंह से
पांव पसारे बढ़ता धीमे
भारत के प्रधानमंत्री जी ने
लिया बड़ा अहम ये निर्णय
22 मार्च को जनता कर्फ्यू
लगाया सारे भारत भर में
डॉक्टर नर्स पुलिस के सम्मान में
शाम 5:05 मिनट पर देशवासियों ने मिलकर अपने-अपने घरों से शंख ताली, घंटी बजाकर किया उनकी हौसला अफजाई …
किसी राज्य में 144 की धारा
मानव की सुरक्षा के लिए
चौबीस मार्च की रात से इक्कीस दिन के लिए
किया सारे शहरों को लॉक डाउन
धीरे धीरे सब नियंत्रित होगा
देशवासियों से मन की बात
आह्वान किया है, नमन किया है
देना सब भारतवासी साथ
पांच अप्रैल रात नौ बजे से नौ मिनट तक
सभी मिलकर अपने घर के आंगन में
बालकनी में
“उम्मीद का एक दीप जलाना “
देश से है कोरोना भगाना
घर से बाहर निकलो मत
रहो सुरक्षित अपने घर में
स्वस्थ रहे जीवन
यही उम्मीद का दीप जलाना
पर्यावरण को है बचाना
प्रकृति मां से दुआ मांगना
प्यारे देशवासियों मेरे एक विनती मेरी सुन लो…..
“उम्मीद का एक दीप जलाना”
खुश रहो मेरे भारतवासी
मेरी विनय सुन लेना
साथ सभी मिल जाओ
मेरी छोटी सी बात मान जाओ
घर से नहीं निकलना
अपनों का भी करो ख्याल
उस दिन दूरी रखना ही इलाज है इसका
फिर जीवन भर साथ रहो।।