Coronavirus Pandemic में डॉक्टर्स, नर्सेज, सफ़ाई कर्मचारी समेत तमाम लोग पूरी शिद्दत से अपनी भूमिका निभा रहे हैं, मगर इस लड़ाई में कुछ लोग ऐसे भी उल्लेखनीय भूमिका निभा रहे हैं, जिनका सीधा चिकित्सा सेवा से ताल्लुक नहीं है। इन्हीं लोगो में अभिनेत्री शिखा मल्होत्रा भी शामिल हैं, जो संकट की इस घड़ी में अपनी सेवाएं दे रही हैं और कोरोना वायरस के मरीज़ों के सेवा में जुटी हैं। अब नीति आयोग ने ट्विटर पर शिखा की भूमिका की तारीफ़ की है।
‘नीति आयोग’ ने अपने ट्वीटर पर शिखा मल्होत्रा की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि “एक स्वयंसेवक के रूप में शिखा मल्होत्रा की निस्वार्थ सेवा कोरोना महामारी में नई आशा, आत्मशक्ति और नेकी का संदेश दे रही है।”
शिखा मल्होत्रा 27 मार्च से मुम्बई के जोगेश्वरी स्थित हिन्दू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे ट्रॉमा केयर अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में बतौर नर्सिंग ऑफिसर काम कर रही हैं। दरअसल, शिखा अभिनय की दुनिया में आने से पहले एक ट्रेंड नर्स थीं और कोविड 19 का प्रकोप शुरू हुआ तो उन्होंने अपनी ट्रेनिंग का फायदा उठाते हुए मरीज़ों की सेवा करने का बीड़ा उठाया।
"I’d never felt stronger about volunteering as a nurse."
The selfless service of volunteers like @iSHIKHAMALHOTRA is delivering the message of hope, strength & kindness during the #CoronaVirus pandemic
Share stories of champions using #CoronaWarriorsIndia.
: @HumansOfBombay pic.twitter.com/yaiciwIuc4
— NITI Aayog (@NITIAayog) April 22, 2020
शिखा ने एक बातचीत के दौरान बताया कि “नीति आयोग” और “CMO महाराष्ट्र” के ट्वीट संदेश से मुझे बल मिलेगा और मैं तत्पर निरन्तर अग्रसर कोरोना को हराने में अपना योगदान देने में जुटी रहूंगी। शिखा ने आगे कहा- ‘हमारे अस्पताल से कल ही 30 कोरोना ग्रसित मरीज़ पूर्णतः स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं।
शिखा ने दिल्ली के वर्धमान माहावीर मेडिकल कॉलेज व सफ़दरजंग अस्पताल से बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग की पढ़ाई करने बाद एक्टिंग की पारी शुरू की थी। अभिनेत्री के तौर पर शिखा ने शाह रुख़ ख़ान की ‘फैन’ और शूजित सरकार की ‘रनिंग शादी’ में अहम भूमिकाएं निभायी थीं। 2019 में उन्होंने संजय मिश्रा के अपोज़िट “कांचली” में मुख्य भूमिका निभाई थी।
इससे पहले शिखा ने एक स्टेटमेंट में कहा था- कोर्स पास करने के बाद, हमें समाज की सेवा करने की शपथ दिलाई गयी थी। मेरे ख़्याल से यही वो समय है। शिखा ने सेवानिवृत्त डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ़ से गुज़ारिश की है कि वो इस आपदा में मदद के लिए आगे आएं।