डकैतों का नेटवर्क नहीं भेद पा रही पुलिस
कई गिरोह को मथा, लेकिन नतीजा सिफर
13 दिन गुजरने के बाद भी नहीं मिले लुटेरे
चिनहट में हुई घटना का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ।
राजधानी लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र स्थित विकल्प खंड तीन निवासी खाद्य रसद विभाग में कार्यरत उदय प्रताप सिंह के परिवार को बंधक बनाकर डकैती की वारदात के बाद एक बार फिर पुलिस डकैतों की कुंडलियां खंगाल रही है।
सच तो यह है कि 12-13 दिन से ही क्राइम ब्रांच की टीम व स्थानीय पुलिस के रडार पर कई बड़े गिरोह से लेकर छुटभइया अपराधी आ चुके हैं। सर्विलांस से लेकर जेल में बंद बदमाशों से पूछताछ की कार्रवाई के बावजूद डकैतों का नेटवर्क खाकी पर भारी पड़ रहा है। वहीं जानकार सूत्रों की मानें तो पुलिस पेशेवर चोरों के गिरोह को पकड़ने के लिए लखनऊ सहित आसपास के जिलों में डेरा डाले हुए है।
इंस्पेक्टर चिनहट धनंजय पांडे का दावा है बदमाशों की खोज में उनकी टीम जुटी हुई है और जल्द ही पकड़ लिए जायेंगे।
चिनहट थाना क्षेत्र के एल्डिको चौकी से चंद कदमों की दूरी पर स्थित विकल्प खंड तीन निवासी खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारी उदय प्रताप सिंह के घर में तीन अक्टूबर 2020 यानी मंगलवार की देर रात असलहों से लैस बदमाशों ने धावा बोलकर परिवार को बंधक बनाकर नकदी व जेवरात लूट ले गए थे। वारदात ने खाकी की मुस्तैदी पर गहरे सवाल खड़े किए थे।
जिम्मेदार अफसरों ने इस घटना का राजफाश करने के लिए पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच को लगाया, लेकिन 13 गुजरने के बाद भी पुलिस टीमें किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।
सूत्र बताते हैं कि पुलिस इलाकाई व आसपास जिलों के सूचीबद्ध लुटेरों, डकैतों व चोरों के गिरोहों की कुंडली खंगालने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी, इसके बावजूद भी कुछ हाथ नहीं लग सका।
बताया जा रहा है कि घटना के बाद पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी खंगाला लेकिन इससे भी कोई नतीजा नहीं निकला।
वहीं बदमाशों को जल्द पकड़कर वारदात का खुलासा करने का दावा करने वाली पुलिस ने की तरह की योजनाएं तैयार की, लेकिन पुलिस अभी तक बेनतीजा है।
इस मामले में इंस्पेक्टर चिनहट धनंजय पांडे का कहना है कि बदमाशों की तलाश में उनकी टीम जुटी हुई है और जल्द ही पकड़ लिए जायेंगे।