दिल्ली के ख्यातिलब्ध गायक और वैज्ञानिक डा• शुभेन्दु घोष 26 नवम्बर को होमी भाभा विज्ञान शिक्षा संस्थान मानखुर्द के वी जी कुलकर्णी आडीटोरियम में भारतीय संगीत एवं कविता में सेकुलर ट्रेडिशन पर संगीतमय व्याख्यान देंगे।
डा घोष ने इस परम्परा पर बात करते हुये कहा कि हम हिन्दुस्तानी तहजीब में कविता और गायकी की उस परम्परा को आगे बढाने और आगे भी बचाए रखने की कोशिश कर रहे हैं जो हमें विभाजित नहीं करती। इसमें वह अमीर खुसरो, कबीर, मियाँ तानसेन, बाबा बुल्ले शाह, लालन फकीर, नजीर अकबराबादी, फैज अहमद फैज, और रवींद्रनाथ टैगोर की कविता और नज्म उस समय और उनकी आज की प्रासंगिकता के संदर्भ के साथ प्रस्तुत करते रहे हैं।
डा घोष जो हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायक होने के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय में विज्ञान के प्रोफेसर भी हैं ।