विंध्यधाम में गंगा महिमा
डॉ दिलीप अग्निहोत्री
प्रयागराज।
मुख्यमंत्री योगी ने आज यहां कहा कि गंगा जी हमारी आस्था ही नहीं,अपितु हमारी अर्थव्यवस्था का आधार भी हैं। गंगा जी के प्रति हम सभी का दायित्व है। गंगा यात्रा से यह भाव जागृत होगा।
मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने विधि-विधान से गंगा की पूजा की और आरती उतारी। उन्होंने संगम तट पर ही गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए गुब्बारे भी उड़ाए। योगी बुधवार की शाम प्रयागराज आई गंगा यात्रा के स्वागत को आयोजित जनसभा को संबोधित करने के बाद सर्किट हाउम में रात्रि विश्राम किया और सुबह गंगा यात्रा को कौशांबी के कड़ा धाम के लिए रवाना किया।
वसंत पंचमी पर्व पर संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए एक दिन पहले बुधवार करीब 15 लाख श्रद्धालु मेला क्षेत्र पहुंच गए। गुरुवार को ब्रह्ममुहूर्त से स्नान शुरू होगा। कल्पवासियों और साधु संतों ने अपने समय और सुविधा के अनुसार स्नान की तैयारी की है। वसंत पंचमी आते ही माघ मेला क्षेत्र में वासंतिक हिलोरें भी उठने लगीं। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के चलते संगम नोज पर मेला प्रशासन ने किसी भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बुधवार को स्नान नहीं कर सके। कुछ लोग तो दूसरे घाटों पर ही स्नान कर लौट गए। लेकिन, जिन्होंने संगम में स्नान की ठान रखी थी वे मेला क्षेत्र में विभिन्न शिविरों में रुक गए। पूरे दिन और देर रात तक भी काली मार्ग, त्रिवेणी मार्ग, मोरी, दारागंज, झूंसी सहित अन्य रास्तों से श्रद्धालुओं का हुजूम मेला क्षेत्र में प्रवेश करता रहा।
विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु मेला क्षेत्र पहुंचे। गंगा यमुना और तीर्थराज प्रयाग के प्रति आस्था रखने वाले ये श्रद्धालु वसंत पंचमी को लेकर उत्साहित भी दिखे। पर्व पर श्रद्धालुओं के स्नान के सुविधा के लिए मेला प्रशासन व पुलिस प्रशासन भी अपनी तैयारी में जुटा रहा। विभिन्न समाजसेवी संगठन, पुलिस की ओर से बनाए गए एसपीओ दल भी संगम पर अपनी जिम्मेदारी की तैयारी को सम्भालने में जुटे रहे।
भारतीय संस्कृति शास्वत है। गंगा तट पर यह पल्लवीत हुई। विश्व के प्राचीनतम नगरों का विकास यहीं हुआ। गंगा जी के प्रारंभ से लेकर गंगा सागर तक सांस्कृतिक चेतना की अद्वितीय श्रृंखला है। प्रयागराज,विंध्यवसनी धाम के बाद काशी है। यह आध्यात्मिक रूप से सिद्ध भूमि मानी जाती थी। गंगा यात्रा का इन क्षेत्रों से भी निकली।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज व विंध्याचल में उपस्थित रहे। उत्तर प्रदेश में नमामि गंगा परियोजना के अंतर्गत उल्लेखनीय प्रगति हो रही है। गंगा का स्वरूप निर्मल अविरल दिखाई देने लगा है। इसके प्रति जागरूकता बनाये रखने के भव्य गंगा यात्रा का आयोजन किया गया। गंगा जी के तट पर ही विन्ध्यवासिनी देवी का धाम है। योगी ने यहां दर्शन पूजन किया।
उन्होंने अमरावती चैराहे पर अटल बिहारी वाजपेयी व भरूहना चैराहे पर वल्लभ भाई पटेल की मूर्तियों का अनावरण किया। लालगंज तहसील के हलिया में प्रदेश के पहले गऊ अभ्यारण्य स्थल का शिलान्यास भी किया। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे परियोजना को सफल बनाने के लिए गंगा यात्रा सफलतापूर्वक आगे बढ़ रही है। गंगा जी में अपनी आस्था से प्रेरित होकर लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं। पर्यावरण के प्रति असंवेदनशील लोगों ने गंगा जी में कूड़ा कचरा, नालों का गन्दा पानी तथा औद्योगिक कचरा गिराकर इसको दूषित करने का काम किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे परियोजना से निर्मलता व अविरलता के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य किया है।
योगी ने कहा गंगा जी हमारी आस्था ही नहीं,अपितु हमारी अर्थव्यवस्था का आधार भी हैं। गंगा जी के प्रति हम सभी का दायित्व है। गंगा यात्रा से यह भाव जागृत होगा। माँ विन्ध्यवासिनी देवी मन्दिर को दुनिया के सबसे सुन्दर धाम के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह धाम आध्यात्मिक एवं पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया के सबसे सुन्दर धार्मिक क्षेत्र के रूप में विकसित होगा।