अजीत का हत्यारा पुलिस मुठभेड़ में ढे
पुलिस अभिरक्षा से भाग रहा था गिरधारी
दो पुलिसकर्मी घायल
ए अहमद सौदागर
लखनऊ।
कानपुर देहात निवासी पांच लाख के इनामी दहशतगर्द विकास दुबे और उसके भतीजे अमर दुबे के बाद छह जनवरी 2021 को राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड क्षेत्र स्थित कठौता चौराहे के पास पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड के मामले में रिमांड पर लिए गए मुख्य शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर उर्फ कन्हैया को विभूतिखंड पुलिस रविवार की देर रात मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस का दावा है कि गिरधारी पुलिस अभिरक्षा से भाग निकला था।
इस दौरान सुरक्षा में लगे एसआई अख्तर रईस उस्मानी व उपनिरीक्षक अनिल सिंह घायल हो गए।
पुलिस आयुक्त अपराध नीलाब्जा चौधरी के मुताबिक जनपद मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना निवासी पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में नामजद रहा शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर उर्फ कन्हैया दिल्ली की अदालत में सरेंडर किया था।
उन्होंने ने बताया कि अजीत सिंह की हत्या में गहनता से जांच-पड़ताल करने के लिए दो दिन पहले रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई और उसे पुलिस अभिरक्षा में रविवार की रात ले जाया जा रहा था कि जैसे ही पुलिस की वाहन विभूतिखंड क्षेत्र के खरगापुर रेलवे क्रासिंग के पास पहुंची कि सुरक्षा में लगे दरोगा अख्तर रईस उस्मानी और उपनिरीक्षक अनिल सिंह के ऊपर जानलेवा हमला कर सरकारी वाहन से कूद कर भागने लगा।
बताया गया कि जैसे ही शूटर गिरधारी के भागने की खबर पुलिस अफसरों को लगी तो हाथ-पैर फूल गए और पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने आनन-फानन में उसे पकड़ने के निर्देश दिए।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस टीमों ने भाग रहे शूटर गिरधारी को पकड़ने के लिए घेराबंदी की तो वह पुलिस पार्टी पर गोलियों की बौछार शुरू कर दिए।
पुलिस टीम अपना बचाव करते हुए जवाबी फायरिंग शुरू की।
पुलिस की गोली लगते ही आजमगढ़ जिले के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित छपरा गांव निवासी कूंटू सिंह का दाहिना हाथ माने जाने वाला गिरधारी उर्फ डॉक्टर उर्फ कन्हैया ढेर हो गया।
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक घायल शूटर को लोहिया अस्पताल भेजा गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने ने बताया कि घायल दोनों पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।