राज्यपाल ने दिया संस्कारों का सन्देश
डॉ दिलीप अग्निहोत्री
भारतीय संस्कृति में सबके कल्याण की कामना की गई, सभी को सुखी देखने की अभिलाषा व्यक्त की गई। इसी विचार ने समाज में सेवाभाव की भावना को संस्कार रूप में विकसित किया।
राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने इसके महत्व और प्रासंगिकता को रेखांकित किया।
वह सेवा भारती, अवध प्रान्त द्वारा किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के एक समारोह में सम्मिलित हुई। उन्होंने भारतीय संस्कृति और संस्कारों पर पूर्णतया अमल का आह्वान किया। क्योकि इसमें मानव कल्याण का भाव समाहित है। भारतीय संस्कृति में वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना का समावेश है। इसमें सहिष्णुता व परिवार, समाज राष्ट्र के प्रति कर्तव्य बोध है। ज्ञान के साथ चरित्र को भी महत्व दिया गया।
मोदी सरकार सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास की भावना से कार्य कर रही है। इससे देश का सर्वांगीण विकास होगा। पाश्चात्य संस्कृति की ओर युवा पीढ़ी का रुझान अनुचित है। इसका हमारे परिवार व समाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। सेवा भारती जैसी संस्थाए भारतीय संस्कारो के अनुरूप सेवा कार्यो में लगी है।